पावंटा(ब्यूरो):- आशा वर्कर्स कैबिनेट मंत्री चौधरी सुखराम के आश्वासन के बाद काम पर लौट आई हैं। जिला सिरमौर में हिम सुरक्षा अभियान पूरी तरह से ठप पड़ा हुआ था।
चौधरी सुखराम ने आशा वर्कर्स को आश्वासन देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के समक्ष उनकी सभी जायज मांगों को उठाया जाएगा । उन्होंने कहा कि उनकी मांगों पर सरकार गौर करेगी और आवश्यकता अनुसार उन्हें पूरा भी किया जाएगा।
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जिसके बाद पांवटा साहिब में काम कर रही आशाओं वर्कर्स ने अपनी हड़ताल को खत्म कर दिया है। आपको बता दें कि हिम सुरक्षा अभियान के तहत आशाओं वर्कर्स को 30 दिनों तक घर-घर जाकर कोरोना संक्रमित, हाई बीपी, शुगर, कुष्ठ रोग, टीबी आदि गंभीर बीमारियों का सर्वे करना है। इस सर्वे के आधार पर हिमाचल प्रदेश में कोरोना वायरस व अन्य पांच बीमारियों को लेकर सरकार सुरक्षा अभियान चलाएगी।
वहीं दूसरी ओर आशा वर्कर्स ने बताया कि कैबिनेट मंत्री चौधरी सुखराम के साथ बातचीत में हमने अपनी मांगे जिसमें मुख्यता 8 घंटे से अधिक अगर काम लिया जाता है तो सरकार द्वारा निर्धारित 275 रूपये डेली वेजेस दिहाड़ी उन्हें दी जाए।
2. उन्होंने कहा कि कोविड-19 संक्रमण जारी है, आशा वर्कर्स फिल्ड में जाकर काम कर रही है लेकिन सरकार द्वारा अगस्त माह के बाद कोविड-19 के लिए जो मानदेय दिया जा रहा था, वह बंद कर दिया गया है। अगस्त माह से लेकर जब तक कोविड-19 का दौर जारी है, उन्हें मानदेय दिया जाए। उन्होंने कहा कि जनरल कैटेगरी गर्भवती महिलाओं की 9 माह देखभाल के बाद उन्हें 600 दिए जाते थे, वह भी बंद कर दिए गए हैं। उन्हें यह दिया जाए।
उन्होंने बताया कि फरवरी माह में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा घोषित आशा वर्कर्स को 500 रूपये प्रति माह बढ़ाकर देने की जो घोषणा की गई थी, वह भी पूरी नहीं की गई है।
आशा वर्कर्स ने कहा कि हमारे द्वारा फिल्ड में काम करने के बाद जो इंसेंटिव व हमारा वेतन बनता है, वह कई- कई महीनों बाद दिया जाता है। यह वेतन प्रतिमाह देने का आदेश पारित हो।