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जल जनित रोगों से बचाव को स्वच्छता का रखें ध्यान

मंडी(लो.स.वि.):-  हिमाचल में मानसून दस्तक दे चुका है…सो बारिश के साथ आने वाले रोगों के खतरे भी बढ़ गए हैं। खासकर ऐसे मौसम में दूषित जल से होने वाली बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। लेकिन महज थोड़ा सा साफ-सफाई और स्वच्छता पर ध्यान देकर जल-जनित रोगों से काफी हद तक बचा सकता है।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी मंडी डॉ. देवेंद्र शर्मा बताते हैं कि रोगाणुओं, हानिकारक अशुद्धियों और अनावश्यक मात्रा में लवणों से युक्त दूषित जल अनेक बीमारियों को जन्म देता है। दूषित जल पीने से पीलिया, टाइफाईड, डायरिया, बुखार, हैजा, हैपेटाईटिस जैसी बीमारियां होने का खतरा अत्यधिक बढ़ जाता है। ऐसे किसी रोग की चपेट में आने पर तुरंत डॉक्टरी सलाह लें। उनका कहना है कि लेकिन अगर हम व्यक्तिगत स्वच्छता का ध्यान रखें, हमेशा शौच के बाद साबुन से अच्छी तरह हाथ धोएं, खाने से पहले भी हाथ धोएं और ऐसे स्रोत से पानी न पिएं, जो अस्वच्छ हो, जहां तक संभव हो पीने के पानी को उबाल के बाद ही पिएं, तो जल जनित रोगों से बचाव आसान है।

जल स्त्रोतों को साफ-सुथरा रखें
वहीं उपायुक्त ऋग्वेद ठाकुर ने मंडी जिलावासियों से जल स्त्रोतों को साफ-सुथरा रखने में सहयोग करने तथा अपने आस-पास के परिवेश में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखने की अपील की है। उन्होंने लोगों से अपने घरों में पानी की टंकियों की समय-समय पर सफाई करने और अस्वच्छ पेयजल एवं खाद्य् पदार्थों के सेवन से बचने का आग्रह भी किया है।

उपायुक्त ने कहा कि जिला में संबंधित विभागों को सभी पेयजल योजनाओं तथा जल स्त्रोतों की सफाई के निर्देश दिए गए हैं। इसके लिए संबंधित पंचायत प्रतिनिधियों एवं स्थानीय लोगों की मदद से व्यापक अभियान छेड़ा गया है। स्वच्छता का ध्यान रख के जल जनित रोगों से बचा जा सकता है।

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