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एससी /एसटी छात्रवृत्ति घोटाले से देव भूमि हुई शर्मसार, दोषियों पर हो कड़ी कार्यवाही : एबीवीपी

 

शिमला(प्रेवि):– हिमाचल प्रदेश देश की साक्षरता दर अच्छे पायदान पर है। अधिकांश हिमाचली शिक्षित है और शिक्षा के क्षेत्र में बड़े स्तर पर हिमाचल ने हमेशा अपना स्थान बनाया है, लेकिन SC/ST छात्रवृत्ति घोटाले ने देश भर में हिमाचल के नाम को खराब किया है। प्रांत सह मंत्री विक्रांत चौहान ने कहा कि देश महामारी से झूझ रहा है। ऐसे समय में सबसे ज्यादा नुकसान शिक्षा जगत को हुआ है और वर्तमान समय में शिक्षण संस्थान बंद होने के कारण छात्रों में पढ़ाई को लेकर भारी चिंता है, लेकिन ऐसे समय में घोटाला होना दुर्भाग्यपूर्ण है। सरकार को इस ओर गंभीरता से विचार करना चाहिए।

विक्रांत चौहान ने कहा कि बैंक के कर्मचारी, निजी शिक्षण संस्थान इसमें मुख्य रूप से संलिप्त है जो फर्जी SC/ST सर्टिफिकेट बनाकर बैंक की सहायता से छात्रवृति को हेंठने का काम कर रहे है। उन्होंने कहा कि अभी यह मामला केंद्रीय जांच एजेंसी की तहकीकात में है जहां से खुलासा हुआ है कि बैंक के कर्मचारी भी इस मामले में संलिप्त है। एबीवीपी ने विरोध जताते हुए कहा कि शिक्षा जगत के लिए ऐसे अधिकारी और ऐसे शिक्षण संस्थान दीमक की तरह है जो अंदर ही अंदर से शिक्षा को खोखला कर रहे है और शिक्षा को व्यापार की वस्तु बना रहे है।

विक्रांत ने कहा कि इस फर्जीवाड़े में मुख्य रूप से तत्कालीन शिक्षा विभाग के अधीक्षक अरविंद राजटा की पत्नी बबिता राजटा 33% की हिस्सेदार थी। विक्रांत ने जानकारी देते हुए कहा कि पहले भी फर्जी डिग्री का मामला प्रदेश में उजागर हुआ था, उसमे भी इन लोगों के ही नाम आए थे, लेकिन इतनी बड़ी घोटालेबाजी होने के बाद ये शिक्षा माफिया ऐसे ही मामलो को अंजाम देने का काम कर रहे है और खुल्लेआम घूम रहे है। एबीवीपी के प्रांत सह मंत्री विक्रांत चौहान ने आपत्ति जताते हुए कहा कि अब तक इन लोगो की गिरफ्तारी नहीं हुई है।

विक्रांत चौहान ने कहा कि यदि मामले में संलिप्त सभी दोषियों को शीघ्र सजा नहीं मिली तो एबीवीपी आम छात्रों को लामबंद करते हुए सड़कों पर उतरते हुए विरोध प्रदर्शन करेगी।

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