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जिला परिषद अध्यक्ष पाल वर्मा ने किया तीन दिवसीय छेश्चु का किया शुभारम्भ

मण्डी(लो.स.वि):–  देव भूमि हिमाचल में रिवालसर को त्रिवेणी धर्म स्थली के रूप में जाना जाता है। विशेष धार्मिक महत्व के चलते  पूरे विश्व मे रिवालसर की अपनी एक अलग पहचान है। रिवालसर एक ऐसा ऐतिहासिक एवं पवित्र स्थान है जिसका उल्लेख हिन्दू, बौेद्ध व सिक्ख धर्म से जुड़े प्राचीन धार्मिक ग्रथों के पनों में दर्ज है। यह विचार तीन दिवसीय राज्य स्तरीय छेश्चु मेले के शुभारंभ की अध्यक्षता करते हुये जिला परिषद अध्यक्ष पाल वर्मा ने अपने संबोधन में व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि मेले हमारी समृद्ध सभ्यता व संस्कृति के प्रतीक हैं। मेलों के माध्यम से न केवल आपसी भाईचारे की भावना को बल मिलता है, बल्कि हमारी प्राचीन सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण में भी ये अहम भूमिका निभाते हैं।रिवालसर एक ऐसा विशेष स्थान है जहां पर तीन धर्मों के लोग मिलजुल कर रहते। उपमंडलाधिकारी, ना., बल्ह, आशीष शर्मा तथा बौद्ध मंदिर कमेटी ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया।

इस अवसर पर मेला अधिकारी एवं नायव तहसीलदार रिवालसर सुरेन्द्र कुमार, नगर पंचायत अध्यक्षा रीता देवी, उपाध्यक्ष कश्मीर सिंह यादव, प्रधान ग्राम पंचायत लोअर रिवालसर, कौशल्या देवी, उप प्रधान पदम् सिंह भाटिया, प्रधान ग्राम पंचायत सरकीधार धर्मा शर्मा, आचार्य रमेश नेगी सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे ।

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