in

तत्तापानी और सलापड़ क्षेत्र के मध्य आरंभ होगी जल परिवहन सुविधाः मुख्यमंत्री

शिमला (प्रे.वि.): –   तत्तापानी और खुलपड़ क्षेत्र के मध्य जल परिवहन सुविधाओं को विकसित करने के लिए तत्तापानी और कसोल गांव में 2.02 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से दो जैटज और सामान्य सुविधाओं को तैयार किया जाएगा। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने अन्तरदेशीय जल परिवहन की समीक्षा बैठक की घोषणा करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि इस मामले में एनटीपीसी से जैटज के निर्माण के लिए जमीनों के उपयोग के लिए संचारण क्षमता हस्ताक्षरित करने के लिए दर्शन अधिकार प्राप्त कर लिया गया है।

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे न केवल क्षेत्र के लोगों को कम लागत में प्रभावी परिवहन सुविधाएं उपलब्ध होंगी, बल्कि क्षेत्र में आने वाले पर्यटकों के लिए भी यह आकर्षण का अतिरिक्त केंद्र साबित होगा। इससे आस-पास के क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा और युवाओं के लिए रोजगार और आशोजगार के अवसर शजित होंगे।

 

जय राम ठाकुर ने कहा कि परामर्श सेवाओं के लिए ई-टेंडर आमंत्रित किए जा चुके हैं, इसलिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार की जा सकती है। कोल बांधना, भाखड़ा बांधना, चमेरा बांधना और पौंग बांधना जलाशयों में विधि मानने के स्थानों पर टैंडर कागज तैयार करने के लिए भी ई-टैंडर आमंत्रित की गई हैं। यात्रियों (और माल, यदि कोई हो) के लिए डिजाइन तत्वों का माड्यूलेराइजेशन और भविष्य में किए जाने वाले संभावित परिवर्तन के लिए अनुकूल योग्य डिजाइन माडल का विकास भी इसका हिस्सा होगा।

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोल डैम में 10 रूट स्वीकृत किए गए हैं जिनमें अहान से कोल, कियान से खरीदारी वाया बियो, सूई से नेरी-रोपड़ू वाया बियो, नेरी-रोपड़ू से कारला-बेरल, दोघारी से कारला-बेरल, कियान से जरूत, शाकरा से कियान, चाबा से सरौर, तत्तापानी से क्यारी (ढाल) और कियान से कारला अहान, जरटू, सूई, मेहंदला और नेरी रोपड़ू (पड़ाव के साथ) मार्ग शामिल हैं। भारतीय अन्तरदेशीय जलमार्ग प्राधिकरण (आईडब्ल्यूएआई) और परिवहन विभाग ने 20 जुलाई, 2019 को कोल डैम में सम्भावनाओं का पता लगाने के लिए संयुक्त दृष्टिकोण किया जिसमें राजकीय महाविद्याल सुन्नी, हाट स्प्रिंग होटल तिलाणिनी निकट, रंदुल गाँव और कसोल गाँव तत्तापानी और हंसपद के पास हैं। बीच जल परिवहन आरम्भ करने के लिए उपयुक्त पाया गया है।
जय राम ठाकुर ने कहा कि विभाग को वित्ता पोषण के लिए भारतीय अन्तरदेशीय जल प्राधिकरण के समक्ष विभिन्न परियोजनाओं को रखनी चाहिए। भारत सरकार ने 25 मार्च 2016 को राष्ट्रीय राजमार्ग अधिनियम -2016 के तहत चार राष्ट्रीय जलमार्ग घोषित किए। इनमें ब्यास नदी में तलवाड़ा बेरेज से हरकीधाम, चेनाब नदी पर चेनाब सड़क पुल से भद्राकलां के निकट पुल, रावी नदी में गंधियार बांध से रंजीत सागर बांध और सतलुज नदी में सुहनी सड़क पुल से हरकीधाम शामिल हैं।

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि गोविंद सागर बांधने में 107 अंतर जीविकीय जल परिवहन मार्ग चिन्हित किए गए हैं और कुल 170 परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है। 60 कि.मी. खंड बिलासपुर-भाखड़ा मार्ग सबसे लंबा मार्ग है जिसके लिए लोगों को केवल 80 रुपये किराया देना पड़ता है। प्रमुख सचिव, परिवहन के.के. पंत ने मुख्यमंत्रीे को आश्वासन दिया कि तत्तापानी और सलापड़ के बीच सभी सम्भावित स्थानों पर जल परिवहन सुविधा शुरू करने के लिए प्रभावी कदम उठाए जाएंगे। निदेशक परिवहन अनुपम कश्यप ने राज्य में अन्तर्जिय जल परिवहन क्षमता के संबंध में प्रस्तुती दी। उपायुक्त मंडी ऋग्वेद ठाकुर, उपायुक्त कांगड़ा राकेश प्रजापति, उपायुक्त चंबा दुनी चंद राणा अपने-अपने जिलों से इंटरनेट के माध्यम से बैठक से जुड़े।

मंडी जिला में पहले दिन दिए 5149 नामांकन

राज्यपाल व मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को नव वर्ष की दीं शुभकामनाएं