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प्रधानमंत्री मोदी ने भारत को दुनिया का दवाखाना बनने के लिए किया प्रेरित

शिमला(पीआईबी):- प्रधानमंत्री मोदी ने टीके के विकास एवं विनिर्माण प्रक्रिया की व्यापक समीक्षा करने के लिए 3 शहरों का दौरा किया। उन्होंने अहमदाबाद में जायडस बायोटेक पार्क, हैदराबाद में भारत बायोटेक और पुणे में सीरम इंस्‍टीट्यूट ऑफ इंडिया का दौरा किया। इनमें से दो जगहों पर भारत कोविड से लड़ने के लिए स्वदेशी तौर पर टीका विकसित कर रहा है और इनमें से एक ऐसी जगह है जहां दुनिया को बचाने के लिए करोड़ों टीके बनाए जाएंगे।
प्रधानमंत्री ने वैज्ञानिकों से कहा कि उन्‍होंने आमने-सामने मिलने का निर्णय लिया ताकि उनका मनोबल बढ़ सके और टीका विकास यात्रा के इस महत्वपूर्ण मोड़ पर उन्‍हें अपने प्रयासों को तेज करने में मदद मिल सके। पीएम मोदी ने जोर देकर कहा कि भारत टीके को न केवल अच्छे स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण मानता है बल्कि यह विश्‍व के कल्‍याण के लिए भी है। साथ ही यह भारत का कर्तव्य है कि हम इस वायरस के खिलाफ सामूहिक लड़ाई में हमारे पड़ोसी देशों सहित अन्य देशों की सहायता करें।
भारत न केवल टीकों के अनुसंधान क्षेत्र में दुनिया में अग्रणी है बल्कि दुनिया के लिए टीका उत्पादन करने में भी इसकी भूमिका महत्वपूर्ण होगी। अगले महीने 4 दिसंबर को करीब 100 देशों के राजदूतों का पुणे जाने का कार्यक्रम है। वे सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और जेनोवा बायोफार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड का दौरा करेंगे।  भारत इस वैश्विक महामारी के खिलाफ लड़ाई में फार्मेसी ऑफ द वर्ल्‍ड यानी दुनिया की दवाखाना बन गया है।
भारत – कोरोना के खिलाफ जंग में सबसे आगे जब कोई यह पूछता है कि महामारी के खिलाफ विभिन्न देशों ने कैसा प्रदर्शन किया। ऐसे में यह बड़ा आसान है कि हर देश के कोरोना मामले की कुल संख्या को देख लिया जाए। लेकिन किसी देश के प्रदर्शन को आंकने का सही तरीका तो यह है कि हर दस लाख लोगों पर मरीजों की संख्या और मृतकों की संख्या का आकलन किया जाए।
 

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