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बीबीएन के एकमात्र नालागढ़ सिविल अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाएं चरमराती जा रही हैं।

बीबीएन (कविता गौत्तम):- सिविल अस्पताल में चरमराती स्वास्थ्य सेवाओं को दुरूस्त करने को लेकर इंटक इंडियन नेशनल ट्रेड कांग्रेस हिमाचल प्रदेश ने आवाज बुलंद करना शुरू कर दिया है। अस्पताल में चरमराती स्वास्थ्य सेवाओं को पटरी पर लाने के लिए इंटक के प्रदेशाध्यक्ष बावा हरदीप सिंह की अगुवाई में एसडीएम नालागढ़ के माध्यम से मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को ज्ञापन भेजा है।
ज्ञापन में कहा गया है कि बीबीएन के एकमात्र नालागढ़ सिविल अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाएं चरमराती जा रही हैं। सिविल अस्पताल नालागढ़ का औद्योगिक क्षेत्र का सबसे बड़ा अस्पताल है, लेकिन यहां पर लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं नहीं मिल रही हैं। कोरोना काल मेें भी लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं के लिए दर-दर की ठोकरें खानी पड़ रही हैं। नालागढ़ अस्पताल में 100 बिस्तरों की व्यवस्था की गई है, लेकिन बिस्तरों के अनुसार यहां पर चिकित्सकों और पैरामैडिकल स्टाफ के पद सृजित नहीं किए गए हैं। यहां पर प्रतिदिन 600 से 700 मरीज अपना चैकअप करवाने के लिए आते हैं।
ज्ञापन में कहा गया है कि औद्योगिक क्षेत्र होने के कारण यहां पर रोजना सडक़ दुर्घटनाओं के मामले भी आते हैं, लेकिन अस्पताल में पर्याप्त सुविधाएं न होने के कारण उन्हें बिना चैकअप किए ही चंडीगढ़ पीजीआई रेफर कर दिया जाता है। कोरोना के कारण पीजीआई चंडीगढ़ और दूसरे राज्यों में रेफर किए गए मरीजों को इलाज के लिए एडमिट नहीं किया जा रहा है। पहले कोविड टेस्ट लेेने के बाद उसकी रिपोर्ट आने तक मरीज को इलाज के लिए इंतजार करना पड़ रहा है। ऐसे में कई मरीज गंभीर हालत होने के चलते अपनी जान से हाथ गंवा रहे हैं।
नालागढ़ अस्पताल के लिए ट्रामा सेंटर की मांग को लेकर ट्रामा सेंटर की घोषणा तो कर दी गई है, लेकिन उसके आगे की प्रक्रिया को अभी तक शुरू नहीं किया गया है। सडक़ हादसों में लोगों को खून न मिलने के कारण रास्ते में ही दम तोड़ देते हैं। ज्ञापन में कहा गया है कि कोरोना संक्रमण के कारण सामान्य चैकअप के लिए आए मरीजों के साथ नालागढ़ अस्पताल में सौतेला व्यवहार हो रहा है।  इसके अलावा ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि यदि किसी व्यक्ति को कोरोना संक्रमण हो जाता है तो उसके परिवार के सदस्यों को कोरोना जांच के लिए इंतजार करना पड़ रहा है। यदि कोविड की जांच हो भी जाती है तो उसकी रिपोर्ट बहुत देरी से आ रही है, जिसके चलते कोरोना मरीज के साथ- साथ उसके परिवार को भी परेशानी उठानी पड़ रही है।
इंटक के अध्यक्ष बावा हरदीप ने ज्ञापन में इस बात पर जोर दिया है कि नालागढ़ अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट का पद पिछले काफी लंबे समय से खाली पड़ा हुआ है ,जिसके कारण मरीजों को अल्ट्रासाऊंड करवाने के लिए धक्के खाने पड़ रहे हैं तथा महंगे दामों पर इलाज करवाना पड़ रहा है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि नालागढ़ अस्पताल के लिए 100 बेड के अनुसार डॉक्टर तथा ट्रामा सेंटर के लिए पूर्व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा की ओर से की गई घोषणा को जमीनी स्तर पर लागू किया जाए। उन्होंने इसकी एक प्रतिलिपि स्वास्थ्य मंत्री राजीव सहजल तथा अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य आरडी धीमान को भी प्रेषित की है।

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