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मुख्यमंत्री ने मंडी में शिवधाम की आधारशिला रखी

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मंडी(लो.स.वि):- मंडी में शिवधाम का निर्माण 150 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से किया जाएगा, जो मंडी जिला में आने वाले पर्यटकों के लिए एक मुख्य आकर्षण होगा। यह शिवधाम मंडी के साथ-साथ देश के लोगों के लिए भी एक अनूठा स्थान होगा। यह बात मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने मंडी के कांगणीधार में बनने वाले शिवधाम की आधारशिला रखने के बाद कही। उन्होंने कहा कि इस परियोजना के प्रथम चरण के कार्य को 40 करोड़ रुपये की लागत से पूरा किया जाएगा। उन्होंने लगभग 100 करोड़ रुपये की लागत से यू-ब्लाॅक के पास सार्वजनिक निजी सहभागिता से बनने वाली बहुमंजिला पार्किंग की आधारशिला भी रखी।
जय राम ठाकुर ने कहा कि इसका श्रेय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को जाता है जिन्होंने शिवधाम परियोजना और 604 अन्य परियोजनाओं को मंजूरी प्रदान करने में राज्य का सहयोग किया जो वन विभाग की मंजूरी के बिना शुरू नहीं हो पा रहे थे। उन्होंने कहा कि बहुमंजिला पार्किंग से शहर के लोगों व पर्यटकों को सुविधा होगी। उन्होंने कहा कि राज्य को वन विभाग की मंजूरी मिलते ही मंडी शहर में 27 करोड़ रुपये की लागत से अनाज मंडी का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वित्त आयोग ने भी मंडी केे ग्रीन फिल्ड हवाई अड्डे के लिए एक हजार करोड़ रुपये और कांगड़ा हवाई अड्डे के विस्तार के लिए 400 करोड़ रुपये की सिफारिश की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांगणीधार में शिवधाम को 9.5 हेक्टेयर क्षेत्र में बनाया जाएगा और यह छोटी काशी मंडी आने वाले पर्यटकों के लिए मुख्य आकर्षण होगा। उन्होंने कहा कि शिवधाम में 12 ज्योतिर्लिंग के प्रतिरूप, भगवान शिव और गणेश की मूर्ति की स्थापना की जाएगी और म्यूज़ियम, फूड कोर्ट, हर्बल गार्डन, नक्षत्र वाटिका, एम्फी थियेटर, ओरिएंटेशन केंद्र और कार पार्किंग का निर्माण किया जाएगा।
जय राम ठाकुर ने कहा कि मंडी शहर में पिछले 3 वर्षों के दौरान 300 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का कार्यन्वयन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मंडी शहर के लिए 82.18 करोड़ रुपये की जलापूर्ति योजना से शहर के 50 हजार से ज्यादा लोगों को बेहतर जलापूर्ति होगी। उन्होंने कहा कि शहर के लोगों को विक्टोरिया ब्रिज के पास 21 करोड़ रुपये का पुल समर्पित किया गया है। उन्होंने कहा कि एशियन विकास बैंक (एडीबी) के सहयोग से मंडी शहर के सौन्दर्यीकरण पर 40 करोड़ रुपये खर्च किए गए हंै। उन्होंने कहा कि इस परियोजना के अन्तर्गत टारना मंदिर का सौन्दर्यीकरण ब्यास नदी के किनारे आरती घाटों का विकास, इन्दिरा मार्केट का सौन्दर्यीकरण किया गया है। उन्होंने कहा 7.50 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले पर्यटन संस्कृति केंद्र का कार्य पूरा होने वाला है। मंडी शहर के उपनगरों के लोगों की सुविधा के लिए 68.57 करोड़ रुपये की मल निकासी (सीवरेज) योजना बनाई जा रही है। उन्होंने कहा कि कांगणीधार में 30 करोड़ रुपये की लागत से संस्कृति सदन भी बनाया जा रहा है। यह सभी परियोजनाएं मंडी शहर को राज्य का प्रमुख पर्यटन स्थल बनाने में सहायक सिद्ध होंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान सरकार ने अपने कार्यकाल के तीन वर्ष पूरे किए हैं और यह राज्य के लोगों की सक्रिय भागीदारी और सहयोग से संभव हुआ है। उन्होंने कहा कि नई चुनौतियों में नई जिम्मेदारियां भी आई है, लेकिन लोगों के सहयोग से हर चुनौती को अवसर में बदला गया है। उन्होंने कहा कि राज्य में भाजपा सरकार बनने के बाद पहली परीक्षा में ही भाजपा ने प्रदेश की सभी चारों लोकसभा सीटों पर भारी बहुमत से जीत हासिल की। उन्होंने कहा कि इस दौरान कोरोना महामारी सबसे बड़ी चुनौती थी।

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