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संत बाबा इकबाल सिंह पंचतत्व मे विलीन

हिमवंती मीडिया/बडू साहिब

पदमश्री अवार्ड की घोषणा के महज तीन दिन बाद ही संत बाबा इकबाल सिंह ने 96 साल की उम्र में संसार को त्याग दिया है। वह करीब एक माह से चंडीगढ़ के फोर्टिज अस्पताल में उपचाराधीन थे। उनका अंतिम संस्कार सोमवार को दोपहर 1 से 2 बजे के बीच बडू साहिब गुरुद्वारा के सामने किया जाएगा।

गणतंत्र दिवस पूर्व संध्या पर ही संत बाबा इकबाल सिंह जी को “पदमश्री” से नवाजे जाने की घोषणा हुई थी।‘कलगीधर ट्रस्ट’ के संस्थापक बाबा इकबाल सिंह जी ने 1975 में बडू साहिब में मिट्टी के गारे से एक छोटा सा गुरुद्वारा बनाया था। बाबा को समाज सेवा व शिक्षा के क्षेत्र में पद्मश्री से नवाजा गया। हिमाचल प्रदेश के कृषि विभाग के निदेशक के पद से सेवानिवृत बाबा इकबाल सिंह का जन्म 1 मई 1926 को हुआ था।

आपको बता दे कि इकबाल सिंह किंगरा सिख समुदाय के एक भारतीय सामाजिक-आध्यात्मिक नेता थे। वह कलगीधर ट्रस्ट, द कलगीधर सोसाइटी और बडू साहिब के संस्थापक अध्यक्ष थे । बाबा इकबाल सिंह को दुनिया के सबसे प्रभावशाली सिखों में से एक माना जाता था। उन्हें 2016 में सिख लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया था।

साल 2018 में बाबा इकबाल सिंह को तख्त श्री हरमंदिर जी पटना साहिब द्वारा शिरोमणि पंथ रतन (सिख समुदाय का अनमोल रत्न) से सम्मानित किया गया था। 2022 में, उन्हें सामाजिक कार्य के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए भारत सरकार द्वारा पद्म श्री से सम्मानित किया गया था।

 

 

 

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