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ई-विधान प्रणाली एक पर्यावरण मित्र प्रणाली-बिंदल

धर्मशाला ( प्रे.वि )
हिमाचल प्रदेश राष्ट्रीय ई-विधान मॉडल तथा ऑनलाइन विधान सभा की जानकारी हासिल करने के लिए कर्नाटका सरकार द्वारा भेजे गए कर्नाटका विधान सभा तथा कर्नाटका तकनीकी विभाग के वरिष्ठ अधिकारियें ने धर्मशाला स्थित तपोवन विधान सभा सचिवालय में हिमाचल प्रदेश विधान सभा के माननीय अध्यक्ष डॉ0 राजीव बिन्दल से अपराह्न 2.30 बजे उनके कार्यालय में शिष्टाचार भेंट की। इस अवसर पर डॉ0 राजीव बिन्दल ने उन्हें हिमाचल प्रदेश राष्ट्रीय ई-विधान मॉडल तथा ऑनलाइन विधान सभा की जानकारी दी तथा इससे होने वाले फायदे बारे अवगत करवाया। इस दौरान डॉ0 बिन्दल ने कहा कि ई-विधान प्रणाली एक पर्यावरण मित्र प्रणाली है जिसके लागू होने से जहां कार्य में दक्षता व पारदर्शिता आई है वहीं हजारों वृक्ष भी कटने से बचे है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश विधान सभा को देश की सर्वप्रथम ई-विधान प्रणाली लागू करने तथा उच्च तकनीक युक्त कागज रहित विधान सभा होने का गौरव प्राप्त है । उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश विधान सभा ई-निर्वाचन क्षेत्र प्रबन्धन, ई- समिति तथा मोवाईल ऐप की दिशा में काफी आगे बढ़ चुकी है। उन्होंने कहा कि मोवाइल ऐप के जरिये माननीय विधायक जनता सरकार तथा सम्बन्धित अधिकारियें से सीधा संवाद कर सकते है तथा कार्य प्रगति बारे सूचना हासिल कर सकते है। इससे पूर्व अधिकारियों ने सदन की कार्यवाही को देखा तथा माननीय अध्यक्ष हिमाचल प्रदेश विधान सभा के निदेशक सूचना प्रोद्योगिकी श्री धर्मेश शर्मा से ई-विधान प्रणाली को गहनता से समझा। इसके अतिरिक्त उन्होंने मंत्रियों , सतापक्ष तथा विपक्ष के माननीय सदस्यों से भेंट कर ई विधान प्रणाली की जानकारी हासिल की। अधिकारियों के इस दल में विपिन सिंह, मुख्य कार्यकारी अधिकारी ई-गर्वनेंस केन्द्र, रमेश कुम्बन परियोजना अधिकारी, कैप्टन श्रीनिवास परियोजना अधिकारी ई-विधान, शशिधर निदेशक सूचना प्रोद्योगिकी कर्नाटका विधान सभा सचिवालय, लक्ष्मी शॅं, तकनीकी निदेशक एन0 आई0 सी0 तथा इमरान नेटवर्क सलाहकार केशवान भी शामिल थे। सदन की कार्यवाही देखने से पूर्व पंडित संत राम राजकीय महाविद्यालय के छात्रों ने हिमाचल प्रदेश विधान सभा के माननीय अध्यक्ष डा0 राजीव बिन्दल से मुलाकात की। इस दौरान छात्रों ने विधान सभा अध्यक्ष से आज होने वाली कार्यवाही के बारे पूछा तथा संसदीय प्रणाली की जानकारी ली। इस अवसर पर डा0 बिन्दल ने छात्रों को अपनी शुभकामनायें देते हुए कहा कि लोकसभा तथा विधान सभा लोकतन्त्र के सबसे बड़े मन्दिर है तथा आज के युवा जिस तरह संसदीय प्रणाली की ओर आकर्षित हो रहे है इससे लोकतन्त्र की मजबुती को और बल मिलेगा। उन्होंने कहा कि सदन ही एक ऐसा सर्वोत्तम स्थान है जहां चुने हुए प्रतिनिधि जनहित से जुड़े मुद्दों को उठा सकते है तथा उनका समाधान भी सम्भव हो पाता है। इस अवसर पर डॉ0 बिन्दल ने छात्रों से लोकतांत्रिक प्रणाली को गहनता से अध्ययन करने का आग्रह किया।

मुख्यमंत्री से 18 नव निर्वाचित मंडलाध्यक्षों ने भेंट की

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