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इंजीनियर बन कर आदर्श ने अपने माता-पिता का सपना किया साकार

राजगढ़ ( चौहान )-
हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा मंगलवार को घोषित किए सहायक अभियंता ( इलेक्ट्रिकल ) के पद के परिणाम में राजगढ़ तहसील के भानत गांव के आदर्श वर्मा का चयन हुआ है। आदर्श वर्मा ने इंजीनियर बनकर अपनी माता सुमति वर्मा और पिता मुन्शीराम वर्मा का सपना साकार किया है। पिता मुन्शीराम वर्मा का कहना है कि आदर्श बचपन से ही पढ़ाई में सदैव प्रथम श्रेणी में उतीर्ण होता रहा है और उसकी काबलियत देखकर वह उन्हें इंजीनियर बनाना चाहते थे। आदर्श वर्मा का सहायक अभियंता के पद के लिए सामान्य श्रेणी से चयन हुआ है और इंजीनियर बनने पर उनके घर व गांव में उत्सव जैसा महौल है और मुन्शीराम और सुमति वर्मा को बधाईयां देने वालों का तांता लगा हुआ है। बता दें कि 32 वर्षीय आदर्श कुमार वर्मा का जन्म राजगढ़ के समीप भानत गांव में मुन्शीराम वर्मा के घर हुआ। इनके माता-पिता शिक्षा विभाग में सेवारत रहे हैं और विभिन्न पदों पर सेवा करने के उपरांत अब सेवानिवृत हो चुके हैं। आदर्श वर्मा द्वारा आठवीं तक की शिक्षा राजगढ़ के सरकारी स्कूल में प्राप्त की। उसके उपरांत इनके द्वारा वर्ष 2003 में दसवीं तथा वर्ष 2005 में दस जमा दो की शिक्षा सैंट-लयूक्स स्कूल सोलन में हुई। तदोपंरात इनके द्वारा ग्रीन हिल्सज इंजिनियरिंग कॉलेज कुमारहटटी में बी-टेक की गई। आदर्श वर्मा द्वारा बी-टेक की डिग्री करने के उपरांत किन्नौर में मिनी हाइड्रो प्रोजेक्ट में अनुभव प्राप्त करने के लिए कार्य किया। उसके उपरांत इनके द्वारा हिप्र पॉवर कारपोरेशन लि0 में बतौर कनिष्ठ अभियंता वर्ष 2017 से फरवरी 2020 तक सेवाएं दी गई। आदर्श वर्मा ने बताया कि गत वर्ष नवंबर माह के दौरान सहायक अभियंता के पद के लिए स्क्रीनिंग टेस्ट हुआ था जिसमें 35 पद के लिए करीब साढ़े तीन हजार प्रशिक्षित इंजीनियरों ने भाग लिया था। इसके उपरांत 24 फरवरी 2020 को लोक सेवा आयोग द्वारा पर्सनल साक्षातकार लिया गया था जिसमें उनका सामान्य वर्ग से चयन हुआ है। उन्होने बताया कि इंजीनियरिंग बनने के लिए उन्होने बिना कोंचिग के दिन रात मेहनत की गई और आखिर उन्हें अपना सही मुकाम हासिल हो गया।

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