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हिमवन्ती की बात

हिमाचल की वर्तमान सरकार का कार्यकाल दो वर्ष का हो चुका है और इन दो वर्षों में भाजपा सरकार के मुखिया जय राम ठाकुर को विकास करने का जो जिम्मेदारी प्रदेश की जनता ने सौंपी थी उस पर वह खरे उतरते नजर आ रहे हैं। जय राम ठाकुर के पक्ष में सबसे बड़ी बात है कि वह एक जमीनी स्तर के नेता हैं तथा स्वयं एक गरीब परिवार से ताल्लुक रखते हैं और इसीलिए शायद गरीबों व मजलूमों की हर समस्या को बखूबी समझते हैं।  हिमाचल सरकार ने 27 दिसम्बर 2019 को अपने दो वर्ष का कार्यकाल पूरा कर लिया है। इस दौरान राज्य का समग्र विकास और प्रदेशवासियों का अटूट विश्वास दिखाई दे रहा है। इस दौरान सरकार ने जो योजनाएं शुरू की हैं उनमें मुख्यमंत्री सेवा संकल्प हेल्पाईन-1100 सेवा आरम्भ की गई है और लगभग हर माह विधानसभा क्षेत्रवाद में जनसभाओं का आयोजन किया जा रहा है। इन मंचों की अध्यक्षता सरकार का कोई न कोई मंत्री करता है और जनमंच में स्थानीय जनता को उनके घर द्वार जाकर ही उनकी समस्याओं का समाधान किया जा रहा है। पिछले वर्ष जनमंच के 171 कार्यक्रम आयोजित किये गये जिनमें 40 हजार से अधिक शिकायतें प्राप्त हुई जिनमें 75 प्रतिशत शिकायतों का समाधान संभव हो पाया।
इसके अलावा गुड़िया हेल्पाईन, हिमप्रगति पोर्टल, नशे की रोकथाम हेतु विशेष प्रयास किए गए। देश में औद्योगिक क्रांति लाने के उद्देश्य से गत नम्बर में ग्लोबल इन्वेस्टर मीट का भी आयोजन किया गया। जिसके लिए देश विदेश में जा-जाकर विदेशकों से बातचीत की गई जिसके फलस्वरूप करीब 10 लाख करोड़ रूपये निवेश प्रस्ताव के 70 एमओयू हस्ताक्षरित हो चुके हैं। यही नहीं शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी सरकार की उपलब्धियों को राष्ट्रीय स्तर पर सराहा गया है और स्वास्थ्य व शिक्षा के क्षेत्र में हिमाचल को बड़े राज्यों की श्रेणी में श्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए स्टेट ऑफ द स्टेट का प्रथम पुरस्कार मिला है।
सरकार ने हर वर्ग का ध्यान इस कार्यकाल में रखा है और उसी के मद्देजनर अनेकों योजनाएं चलाई हैं जिनमें गृहिणियों के लिए हिमाचल गृहिणि सुविधा योजना, वृ(जनों के लिए सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना, युवाओं के लिए मुख्यमंत्री स्वावलम्बन योजना, किसानों के लिए मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना व प्राकृतिक खेती योजना तथा पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन निधि बनाई गई है। नई फिल्म नीति भी बनाई गई है जिससे प्राकृतिक सौंदर्य का लाभ उठाते हुए इसे सिनेमा जगत की हस्तियों की पहली पसन्द मनाया जा सके।
इस मौके पर हिमवन्ती ने भी ठाना कि प्रदेश के विकास के बारे में अपने पाठकों को भी रू-ब-रू करने की दिशा में वह भी अपना योगदान दें। इसी के दृष्टिगत यह विशेषांक प्रसारित किया जा रहा है। संयोग से पांवटा में भाजपा संगठन की राज्य स्तरीय बैठक भी इस बार हो रह है तो भाजपा सरकार जो कुछ कर रही है उसको आम जनता तक पहुॅंचाने का भी प्रयास किया जा रहा है। इस विशेषांक को सफल बनाने में हिमवन्ती टीम ने कड़ी मेहनत की है।
मैं अपने सभी परिवार के सदस्यों के साथ-साथ अपनी उप सम्पादिका सरिता गर्ग व ब्यूरो चीफ व अन्य पत्रकार साथियों का जिनमें कुल्लू से दीपक कुल्लुवी, जयदेव विद्रोही, बीबीएन से शांति गौतम, ओम प्रकाश राही आदि सभी सदस्यों का आभार व्यक्त करना चाहूंगा जिनके प्रयासों से ही समय सीमा के अन्तर्गत मैं इस विशेषांक को प्रकाशित करने में कामयाब हुआ हॅूं।उम्मीद है पाठकों को यह अंक पसन्द आयेगा जिसमें होला महल्ला के बारे भी काफी कुछ बताने का प्रयास किया गया है। यह मेला बड़ा ऐतिहासिक मेला है।

वर्ष : 24 अंक :11 ( होली विशेषांक )

दादा की लाडली शानवी