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शिलाई के विधायक हर्षबर्धन ने सदन में उठाया अपने क्षेत्र में भ्रष्टाचार का मामला

शिलाई ( प्रेे.वि )-
शिलाई के विधायक हर्षबर्धन ने अपने क्षेत्र में भ्रष्टाचार का मामला सदन में उठाया। हर्षवर्धन ने कहा कि शिलाई ब्लॉक में सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार है। सचिव, जेई ,प्रधान से लेकर सभी लोग मिले हुए है। पंचायतों में विकास के लिए आ रहे पैसे का जमकर दुरुपयोग हो रहा है। शिलाई में 500 करोड़ में से 300 करोड़ का घोटाला हुआ है, जिसकी गहन जांच के बाद कड़ी कार्रवाई हो। इसकी विजिलेंस जांच होनी चाहिए। जवाब में पंचायती राज मंत्री वीरेन्द्र चौधरी ने बताया कि शिलाई में 15 मामलों की शिकायतें आई हैं। इनमें से 8 पर कार्रवाई हुई। शिलाई पहला ऐसा ब्लॉक है जहां से इतनी शिकायतें आई हैं। बाकी जो भी शिकायतें आएंगी उनके ऊपर जांच कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। भाजपा जीरो टॉलरेंस पर काम कर रही है। शिलाई में जांच कर 6 माह में कार्रवाई की जाएगी। इस सवाल में राकेश पठानियां और सुखविंदर सुख्खू ने भी कहा कि पंचायतों में व्यापक स्तर पर भ्रष्टाचार है इसकी विजिलेंस जांच होनी चाहिए तथा दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने कहा कि पंचायतों से इस तरह की शिकायतें आ रही हैं। पंचायतों में मिलीभगत से घोटाले हो रहे हैं। जिन पंचायतों की बार बार शिकायतें आ रही हैं उनकी जांच होगी। सरकार गंभीर शिकायतों में विजिलेंस जांच के लिए तैयार है। लेकिन फिर कोई नेता उनके बचाव में न आए।
प्रदेश के 349 सरकारी भवन खाली
वहीं, सरकाघाट के विधायक कर्नल इन्द्र सिंह ने सदन में पूछा कि 31 जुलाई 2019 तक विभिन्न विभागों के कितने भवन अप्रयुक्त पड़े है। सरकार इन अप्रयुक्त भवनों के उपयोग हेतु नीति बनाने का विचार रखती है। जवाब में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि 31 जुलाई 2019 तक विभिन्न विभागों के 349 भवन अप्रयुक्त पड़े है। सरकार इन अप्रयुक्त भवनों में से जो मुरम्मत के योग्य है उनकी मुरम्मत का कार्य करवा रही हैं। शेष भवन जो मुरम्मत के योग्य नहीं है उनको गिराकर नए भवन बनाएं जाएंगे जिनका आगनबाड़ी केंद्रों और पंचायत घर बनाने के उपयोग में लाया जाएगा।

वर्ष : 24 अंक : 10

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