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उद्योगों में हड़तालों के नाम पर औद्योगिक माहौल खराब करने पर भड़के स्थानीय जनप्रतिनिधि व जनता

बीबीएन ( शांति गौतम )
बीबीएन के उद्योगों में हड़तालों के नाम पर औद्योगिक माहौल खराब करने वाले तत्वों के खिलाफ स्थानीय पंचायतों के जनप्रतिनिधि व सामाजिक संस्थांए भड़क गई हैं। सोमवार को जैसे ही भुडड के एक नामी दवा उद्योग में बाहरी प्रदेश से आए एक कामगार नेता द्वारा उद्योग का माहौल खराब करने की भनक लगी, तो उद्योग परिसर में क्षेत्र के सैकड़ों युवा व जनप्रतिनिधि लामबंद हो गए। हांलाकि जिला पुलिस बददी की टीम ने पहले ही सुरक्षा व्यवस्था संभाली हुई थी। स्थानीय लगभग दो दर्जन पंचायतों के प्रतिनिधियों व सामाजिक संस्थाओं के पदाधिकरियों ने एकजुट आवाज में ऐसे शरारती तत्वों को सबक सिखाने की बात कही जो केवल अपने उदेश्य पूर्ति के लिए हड़तालों के नाम पर उद्योगों का माहौल खराब कर रहे है। मलपुर पंचायत के प्रधान पी.आर. चौधरी, उपप्रधान गुरदास चंदेल, लेही पंचायत की प्रधान रमेश कौर, उपप्रधान योगराज ठाकुर, ठाणा के प्रधान तरसेम चौधरी, गुल्लरवाला की प्रधान प्रेमी देवी, डा. राम आसरा, दलेल चौधरी, एस.एल.धीमान, उपप्रधान हेमराज काला, पूर्व प्रधान राजेंन्द्र सिंह झल्ला, पूर्व उपप्रधान दिवान चंद, पूर्व प्रधान करनैल सैणी, ट्रक यूनियन के उपप्रधान स्वर्ण सिंह सैणी, हरीपुर संडोली के प्रधान भाग सिंह कुण्डलस, ठाणा के प्रधान तरसेम लाल चौधरी, करतार सैणी, सुखा, नरेंन्द्र सिंह, किशनुपरा के प्रधान जसवंत सिंह, रणजीत सिंह, सहित अनेक सामाजिक संस्थाओं के पदाधिकारियों ने अपनी आवाज बुलंद करते हुए कहा कि कुछ बाहरी प्रदेशों के शरारती तत्व बीबीएन में शांत औद्योगिक माहौल को खराब करने की कौशिश कर रहे है जिसे किसी भी सूरत में बर्दाशत नही किया जाऐगा। उन्होंने कहा कि बीबीएन के उद्योग प्रदेश के लाखों परिवारों का पेट पाल रहे हैं और विभिन्न प्रकार के रोजगार के साधन उद्योगों के सहारे की लोगों को मिले है। यदि अब इस शांत माहौल को उद्योगों में बेवजह हड़तालों के नाम पर खराब करनी की कौशिश की गई तो बीबीएन की स्थानीय जनता एकजुट हो कर ऐसे तत्वों को स्वयं सबक सिखाऐगी।स्वर्गीय पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपई द्वारा वर्ष 2003 में प्रदेश को दिए गए विशेष औद्योगिक पैकेज के बाद से बीबीएन में भारी औद्योगिक निवेश हुआ है जिसके फलस्वरूप प्रदेश के लाखों युवाओं को घरद्वार पर रोजगार के दरवाजे खुले। यही नही एशियाकी सबसे बड़ी बददी-नालागढ़ ट्रक युनियन के लगभग दस हजार ट्रक, टैंपों, अन्य वाहनों को काम मिला है जिससे हजारों परिवारों का पेट पल रहा है। विदित रहे कि कामगार हड़तालों के चलते पहले ही बीबीएन के कई उद्योग बंद हो चुके है जिससे भारी संख्या में लोग बेरोजगार हुए है। इस बारे भारतीय मजदुर संघ के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष मेला राम चंदेल का कहना है प्रदेश के शांत माहौल को खराब नही होने दिया जाऐगा। भामसं ऐसे बाहरी तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग करती है। उन्होंने कहा कि भामसं उद्योग चलने के हक में हैं। उद्योग चलेंगे तो लोगों को रोजगार मिलेगा। इस बारे दून के पूर्व विधायक राम कुमार चौधरी का कहना है कि बीबीएन के औद्योगिक माहौल को कुछ शरारती तत्व खराब करना चाहते हैं ताकि यहां लोगों को मिल रहे रोजगार खत्म हो सकें। उन्होंने कहा कि अब ऐसे तत्वों के खिलाफ स्थानीय आम जनता को तैयार किया जाऐगा ताकि इलाके की इंण्डस्ट्री को बचाया जा सके।

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