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पीड़ित मानवता की सेवा पर ख़र्च किये 15.73 लाख रुपये

 

 

कांगड़ा(लो.स.वि.):- ज़िला रैडक्रॉस सोसायटी कांगड़ा अपनी स्थापना से ही निःस्वार्थ भाव से पीड़ित मानवता की सेवा करती आ रही है। सोसायटी द्वारा संचालित विभिन्न परोपकारी गतिविधियों के तहत असहाय, रुग्ण, निर्धन तथा ज़रूरतमंद रोगियों को उनके उपचार के लिए नक़द आर्थिक सहायता, निःशुल्क दवाइयॉं एवं उपकरण तथा बेरोज़गारों को रोज़गारोन्मुखी प्रशिक्षण एवं आवश्यक सहायता प्रदान की जाती है।

ज़िला रैडक्रॉस सोसायटी, धर्मशाला के वर्तमान में छः पैट्रन सदस्य, सात वाईस पैट्रन तथा 10,14 आजीवन सदस्य हैं। ज़िला रैडक्रॉस सोसायटी द्वारा गत वित्त वर्ष के दौरान ग़रीब, बीमार, ज़रूरतमंद तथा असहाय लोगों की मदद हेतु 15,73,360 रुपए व्यय किए गए, जिससे 370 लोग लाभान्वित हुए।

ज़िला रैडक्रॉस सोसायटी रोगियों की सुविधा के लिए रियायती दरों पर रोगी वाहन सेवाएं उपलब्ध करवाती है। सोसायटी द्वारा गत वर्ष के दौरान 186 रोगियों को रोगी वाहन सेवा उपलब्ध करवाई गई। सोसायटी प्राकृतिक आपदाओं जैसे बाढ़, दुर्घटना तथा आग से प्रभावित लोगों की सहायता भी करती है। सोसायटी प्राथमिक सहायता प्रशिक्षण कार्यक्रम भी संचालित करती है। गत वित्त वर्ष के दौरान 65 व्यक्तियों को यह प्रशिक्षण प्रदान किया गया।

ज़िला रैडक्रॉस सोसायटी अक्षम बाल सदन एवं वृद्धाश्रम, दाड़ी के रहवासियों के मनोरंजन हेतु केबल सुविधा उपलब्ध करवा रही है। ज़िला रैडक्रॉस सोसायटी द्वारा गत वर्ष दिव्यांग व्यक्तियों की सहायता के लिए 76 कैम्प लगाए गए; जिसमें 13,81 दिव्यांगजनों पंजीकृत हुए। सोसायटी ने 40 प्रतिशत या उससे अधिक दिव्यांगता वाले 887 दिव्यांग व्यक्तियों को मेडिकल सर्टिफिकेट जारी किए। मेडिकल बोर्ड ने बस पास तथा पैंशन की सुविधा के लिए इन तमाम दिव्यांगजनों के नाम ज़िला कल्याण विभाग को भेजे हैं।

सोसायटी द्वारा चलाये जा रहे ज़िला पुर्नवास केन्द्र के माध्यम से 64 दिव्यांगों को श्रवण यंत्र, 37 को व्हील चेयर, पॉंच को सी.पी. चेयर, एक को ट्राईसाईकिल, एक को चलन छड़ी, एक व्यक्ति को कैलिपर, छः को बैसाखियां तथा सात व्यक्तियों को कृत्रिम अंग निःशुल्क उपलब्ध करवाए गए। इसके अतिरिक्त 268 दिव्यांगजनों को मार्गदर्शन एवं परामर्श प्रदान किया गया।

रैडक्रॉस सोसायटी समय-समय पर बच्चों को नशे के दुष्प्रभावों तथा इससे बचाव के बारे में जागरूक बनाने के लिए कार्यक्रम आयोजित करती रहती है। इसी कड़ी में ‘अन्तर्राष्ट्रीय नशा निवारण दिवस’ पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। सोसायटी द्वारा एडिप स्कीम के अन्तर्गत पंडित दीनदयाल उपाध्याय, शारीरिक दिव्यांगजन संस्थान, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग से दिव्यांगजनों को सहायता उपकरण प्रदान करने के लिए शिविर आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में 319 दिव्यांग व्यक्तियों को निःशुल्क सहायक उपकरण प्रदान करने के लिए पंजीकृत किया गया।

ज़िला रैडक्रॉस सोसायटी द्वारा डॉ. राजेन्द्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज, टाण्डा में पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें छः ज़रूरतमंद दिव्यांगजनों को व्हील चेयर प्रदान की गई। सोसायटी द्वारा 210 स्वयंसेवकों को क्षेत्रीय पर्वतारोहण संस्थान, मैक्लोड़गंज में आपदा प्रबन्धन तथा प्राथमिक सहायता का प्रशिक्षण प्रदान किया गया। आपदा प्रबन्धन से बचाव तथा तैयारियों के लिए छः शिविरों का आयोजन किया गया, जिसमें 750 स्वयंसेवकों को प्रशिक्षित किया गया।

क्षेत्रीय अस्पताल, धर्मशाला तथा डॉ. राजेन्द्र प्रसाद मेडिकल कालेज, टाण्डा के इएनटी विभाग में ज़िला रैडक्रॉस सोसायटी द्वारा ऑडियोमिट्री मशीनों की स्थापना की गई। सोसायटी ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, भवारना तथा बैजनाथ में रोगियों की सुविधा के लिए दो अल्ट्रासाउंड मशीनें स्थापित कीं। रोज़गारोन्मुखी कार्यक्रम के तहत महिलाओं तथा लड़कियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए ग्राम पंचायत, दाड़ी में सिलाई प्रशिक्षण केन्द्र में 20 लड़कियों तथा महिलाओं को छः माह का प्रशिक्षण प्रदान किया गया।

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