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प्रदेश सरकार के पूर्ण फीस वसूली के निर्णय के विरोध में उतरी एसएफआई

शिमला(लो.स.वि.):-हिमाचल प्रदेश राज्य इकाई द्वारा प्रेस विज्ञप्ति जारी किया गया, प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से हिमाचल प्रदेश इकाई द्बारा 9-12-2020 को छात्र अभिभावक मंच निजी स्कूलों द्बारा मनमानी फीस बृद्धि के खिलाफ शिक्षा निदेशालय के बाहर बिरोध प्रदर्शन करने जा रही है। एसएफआई इस विरोध प्रदर्शन का समर्थन करती है।

 

निजी स्कूलों के इस फैसले के कारण छः लाख छात्रदस लाख अभिभावक सीधे तौर पर प्रभावित हो रहे है। इस कोरोना के दौर में जहां आम जनता का रोजगार छीन गया और आर्थिकी पर गहरा असर पड़ा। प्रदेश सरकार को आम जनता को राहत देनी चाहिए थी इसके उलट प्रदेश सरकार निजी स्कूलों व कॉरपरेट घरानों के साथ खड़ी दिख रही है। इन विपरीत परिस्थितियों में प्रदेश सरकार का पूर्ण फीस वसूली का निर्णय बेहद चौंकाने वाला है।

 

इस कोरोना समय में क्लासेज नही लगी ओर निजी स्कूल पूर्ण फीस वसूलने के लिए छात्रों व अभिभावकों को मानसिक तौर पर प्रताड़ित करना शुरू कर दिया है। निजी स्कूलों व संस्थानों छात्रों व अभिभावकों को पूर्ण फीस जमा करने के लिए मोबाइल मैसेज भेजना शुरू कर दिए हैं। इन मैसेज में उन्हें डराया धमकाया जा रहा है कि अगर पूर्ण फीस जमा न की गई तो छात्रों को न केवल संस्थानों से बाहर कर दिया जाएगा अपितु उन्हें परीक्षाओं में भी नहीं बैठने दिया जाएगा।

 
एसएफआई प्रदेश सरकार के पूर्ण फीस वसूली के निर्णय का विरोध करती है और छात्रों व अविवावको की मांगो का समर्थन करते है। एसएफआई मांग करती है निजी स्कूलों की मनमानी लूट पर रोक लगाओ व टयूशन फीस के अलावा सभी चार्जेज़ छात्रों से नही लिए जाए। निजी स्कूलों दुबारा मोबाइल संदेशों के माध्यम से अभिभावकों को डराने व मानसिक प्रताड़ित किया जा रहा है।

प्रेदेश सरकार ने यदि निजी स्कूलों की इस लूट पर रोक नही लगाई तो  एसएफआई प्रदेश के छात्रों ओर अभिभावकों के साथ मिलकर सड़कों पर उतरने में परहेज़ नही करेगी जिसके लिए जिम्मेदार प्रदेश सरकार होगी ।

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