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बादल फटने से ब्यास नदी में आई बाढ़

हिमवंती मीडिया/ कुल्लु
सुबह तीन बजे बादल फटने से ब्यास नदी में बाढ़ आई। ब्यास नदी के सहायक नाले अंजनी महादेव, सेरी नाला, ब्यास, धुंधी सहित सभी नालों में बाढ़ आ गई। बाढ़ आने से बाहंग से गोशाल गांव सहित व सोलंग गांव के लिए बनी अस्थाई पुलिया बह गई। चढ़ियारी के पास नदी किनारे बनाए रेस्तरां में भी पानी व मलबा भर गया। सुबह तीन बजे आई बाढ़ से नदी किनारे रहने वालों की नींद उड़ गई। अंजनी महादेव नाले में बाढ़ आने से बुरुआ जबकि सेरी नाले में बाढ़ आने से सोलंग के ग्रामीणों की नींद उड़ गई। ग्रामीण तीन बजे के बाद सो नहीं पाए।
पलचान के पूर्व प्रधान सुंदर ठाकुर ने बताया कि सुबह के साढ़े तीन बजे नदी से बड़े जोर की आवाज सुनाई दी। उठकर देखा तो ब्यास नदी में बाढ़ आ गई थी और पानी पलचान पुल को छू रहा था। सुंदर ने बताया कि उन्होंने प्रशासन को सूचना देने के साथ साथ लोगों को भी सतर्क किया। प्रशासन ने ब्यास नदी में बाढ़ आने की सूचना मिलते ही अग्निशमन विभाग की मदद से सायरन बजाते हुए बाहंग से पतलीकूहल तक नदी किनारे रहने वाले लोगों को सतर्क किया। हालांकि बाढ़ से कोई जानी नुकसान नहीं हुआ है लेकिन पुलिया बह जाने से ग्रामीणों की दिक्कत बढ़ी है।
नुकसान का जायजा लेने के बाद एसडीएम मनाली डा. सुरेन्द्र ठाकुर ने बताया कि बाढ़ से दो पुलिया बह गई है। उन्होंने बताया कि गोशाल में गौ महायज्ञ हो रहा है। जिसमे घाटी के दर्जनों देवी देवता व हजारों की संख्या में कारकून व देवलू यज्ञ में भाग लेंगे। ग्रामीणों की सुविधा के लिए अस्थाई पुलिया का निर्माण कार्य शुरु कर दिया है। उन्होंने कहा कि बाढ़ से कोई जानी नुकसान नहीं हुआ है। ठाकुर ने घाटी के लोगों से आग्रह किया कि बारिश होने की सूरत में सतर्क रहें और बाढ़ आने की सूरत में प्रशासन को सूचित करें। उन्होंने बताया कि आज पूर्व प्रधान सुंदर ने समय पर सूचना दे दी जिससे प्रशासन ने सतर्कता से काम किया और अग्निशमन विभाग की मदद से सभी को बाढ़ आने की सूचना दी।

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