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शहीद की कुर्बानी भुलाई नहीं जा सकती-कैप्टन जगत सिंह

पांवटा ( प्रे.वि )
कप्तान जगत सिंह की अध्यक्षता में पूर्व सैनिकों और शहीद के परिवार तथा स्थानीय ग्राम निवासी ग्राम कोटड़ी ब्यास के लोगों ने अमर शहीद कमलकांत को श्र(ांजलि अर्पित की। अमर शहीद कमलकांत का जन्म ग्राम कोटडी व्यास में माता श्रीमती कपिली देवी और पिता हरि सिंह के घर में हुआ यह अपने ताया स्वर्गीय रणजीत सिंह वेत्ताई श्रीमती प्रीतो देवी के आंखों के तारे थे इनकी प्रारंभिक शिक्षा कोटडी स्कूल में हुई तथा हाई स्कूल तक की शिक्षा गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल माजरा में की और भारतीय सेना की ग्रेनेडियर रेजीमेंट में भर्ती हुए। 4जी ग्रेनेडियर में सेवारत होने के पश्चात अपने कर्तव्य का निर्वाह करते हुए जम्मू एंड कश्मीर में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में 8 सितंबर 2003 को दो आतंकवादियों को मारकर शहीद हुए। इस मौके पर स्थानीय प्रधान श्रीमती चौधरी माता श्रीमती कपिली देवी बहन निशू,आशा ,स्नेह लता और कैप्टन ज्ञानचंद एक्स सूबेदार जयसिंह एक सूबेदार रामेश्वर, श्यामलाल, वारंट ऑफिसर जोगेंद्र चौधरी, तेहरान खान, जगीर लाल ,जोगी हाकम सिंह, निरंजन सिंह, लेखराज नैब सूबेदार अशोक कुमार, गुरजीत,चरणजीत गेल, हरपाल सिंह, अंकुश कुमार इत्यादि उपस्थित थे । कैप्टन जगत सिंह ने बताया कि शहीद की कुर्बानी कभी भुलाई नहीं जा सकती। यह एक सर्वोच्च बलिदान है इसके लिए मैं उनके परिवार माता पिता कुटुम व क्षेत्रवासियों को कोटि-कोटि नमन करता हूंॅ । जिस भूमि पर कमलकांत जैसे वीर पैदा हुए हाकम सिंह जी ने बताया कि कैप्टन जैक सिंह की अध्यक्षता में हमेशा पूर्व सैनिक सामाजिक कार्य समाज की उन्नति के लिए सदैव करते रहेंगे।

आक्शी

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