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सरकारी पैसे का यूं हो रहा दुरुपयोग

पांवटा(सपना):-नेशनल हाईवे लालढांग से रोहड़ू कई सौ करोड़ की लागत से बनने जा रहा है। इसमें लगभग 1600-1700 करोड़ का खर्च होने का अनुमान है लेकिन अब जो खर्चा किया जा रहा है वह किसी तरीके से भी उचित दिखाई नहीं देता। सड़कों के दोनों ओर 2-3 मीटर के करीब जो खुदाई शुरू कर दी है वहां नीचे पानी की लाइनें और विद्युत के पोल तथा हैंडपंप इत्यादि लगे हुए हैं। सबसे पहले इन्हें ही हटाया जाना चाहिए था लेकिन इसके विपरीत एनएच विभाग सड़कों की खुदाई शुरू कर रहा है और जो लोगों के यहां पानी जा रहा है वह पाइपलाइन भी बुरी तरीके से क्षतिग्रस्त हो गई।

आम नागरिकों की सुनने वाला कोई नहीं है पांवटा साहिब के करीब भी यह लाइनें खोदी जा रही है जबकि निर्माण कार्य से पूर्व इन लाइनों को शिफ्ट किया जाना जरूरी था जिससे ना तो लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़े और ना ही सरकार का खर्चा अनावश्यक हो। अब जब सड़क बन जाएगी तो दोबारा उसको खोदा जाएगा तथा वहां से पानी वह अन्य विभागों द्वारा बिछाई गई पाइप लाइनों को दोबारा से डाला जाएगा।

विभागों में तालमेल की कमी के कारण है सरकार का पैसा बेवजह खर्चा जाता है। नेशनल हाईवे और उसके सहयोगी आईपीएच विभाग में भी बिल्कुल भी सामंजस्य दिखाई नहीं दे रहा है। सबसे पहले आईपीएच विभाग को ही आगे आकर अपनी लाइनें हटाने चाहिए उसके बाद ही एनएच विभाग को खुदाई का काम शुरू करना चाहिए वरना एक बार खोदेंगे दूसरी बार भरेंगे तीसरी बार फिर खोदेंगे और फिर चौथी बार यह क्रम चलता रहेगा और सरकार का पैसा बेवजह खर्च होता रहेगा।

जो वास्तव में जनता का ही पैसा है और भूपपुर स्थित लोगों ने पूर्व पार्षद शिव सिंह अस्वाल की अगुवाई में मोर्चा खोला है और एनएच विभाग के अधिकारियों को साफ तौर पर कहा है कि वह पहले आईपीएच विभाग से व अन्य संबंधित विभागों से उनकी लाइने हटाए उसके बाद ही निर्माण कार्य करें तो बेहतर होगा लेकिन जनप्रतिनिधियों की उदासीनता के कारण उनकी आवाज कितनी प्रभावी होगी यह तो समय ही बताएगा।

लेकिन इस तरह की बातों पर सभी राजनीतिक दलों को एक राय बनाकर आगे आना चाहिए। सरकारी पैसा वास्तव में जनता का ही पैसा है उसका दुरुपयोग किया जाना किसी भी तरीके से जायज नहीं ठहराया जा सकता है। लोगों के घरों में कई कई दिन से पानी भी नहीं आ रहा है क्योंकि खुदाई में पाइप लाइनें टूट चुकी हैं।

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