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सांख्यिकी दिवस पर की गई “उत्तम स्वास्थ औऱ खुशहाली” व “लैंगिक समानता” विषयों पर चर्चा

शिमला(लो.स.वि.) :- प्रत्येक वर्ष दिनांक 29 जून को प्रसिद्ध सांख्यिकी विद व भारतीय सांख्यिकी के जनक प्रो. प्रशान्त चन्द्र महालनोबिस की जन्म तिथि के उपलक्ष में भारत सरकार द्वारा आर्थिक योजना व सांख्यिकी के क्षेत्र में उनके बहुमुल्य योगदान को ‘सांख्यिकी दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। इस अवसर पर राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय जो की सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के अधीन कार्यरत है, सांख्यिकी के महत्व व इसके उपयोग द्वारा लक्ष्यों की उपलब्धियों पर चर्चाओं का आयोजन करवाता है। वर्ष 2020 के लिए सतत विकास के लक्ष्यों “उत्तम स्वास्थ्य ओऱ खुशहाली” व “लैंगिक समानता” पर विस्तृत मंथन किया गया। वैश्विक महामारी कोविड-19 के चलते, इस दिवस पर हो रही विभिन्न चर्चाओं में ऑनलाइन वैबिनार के माध्यम से ही भाग लिया गया व इसमें क्षेत्रीय कार्यालय शिमला के अधिकारियों श्री जॉर्ज मिंज, सहायक निदेशक, श्री मुकेश दत्त शर्मा, वरिष्ठ सांख्य़िकी अधिकारी एवं कार्यालयाध्यक्ष, श्री संदीप डेनियल व श्री वीर सिंह वरिष्ठ सांख्यिकी अधिकारियों ने भी भाग लिया।

कोरोना महामारी के काल में “उत्तम स्वास्थ्य व खुशहाली” एक अहम लक्ष्य हैं, जिसकी उपलब्धि भारत जैसे बडी आबादी वाले देश के लिए बहुत आवश्यक है। सरकार द्वारा इस संबंध में हर वर्ग के लोगों के लिए स्वास्थ्य व खुशहाली सुनिश्चित करने हेतू महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए है। “लैंगिक समानता” पर भी सरकार द्वारा कई निर्णय लिए गए हैं जिसमें,’बेटी पढाओ, बेटी बचाओ’, ‘सुकन्या समृद्धि योजना’ व ‘जननी सुरक्षा योजना’ जैसे व्यापक अभियान शामिल है।  

कार्यालय द्वारा वर्तमान में किए जा रहे देशव्यापी सामाजिक आर्थिक सर्वेक्षण के 78वें दौर में भी सतत विकास लक्ष्यों पर प्रदेश भर में जानकारी एकत्रित की जा रही है, ताकि केन्द्र सरकार द्वारा इनकी उपलब्धियों का मूल्यांकन किया जाए व भविष्य के लिए नीति निर्धारण में इस जानकारी का उपयोग किया जा सके।  

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