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हिमाचल प्रदेश की तेहरवीं विधानसभा का तेरहवां सत्र पूर्ण सफलता के साथ हुआ सम्पन्न

हिमवंती मीडिया/शिमला 

हिमाचल प्रदेश की तेहरवीं विधानसभा का तेरहवां सत्र पूर्ण सफलता के साथ सम्पन्न हो चुका है। यह शीतकालीन सत्र 10 दिसम्बर, 2021 से आरम्भ हुआ तथा इस मानसून सत्र के दौरान कुल 05 बैठकें आयोजित की गई। 14 दिसम्बर, 2021 का एक दिन गैर सरकारी कार्य दिवस के लिए निर्धारित किया गया था। इस सदन की कार्यवाही 27 घंटे 30 मिनट चली। 13 दिसम्बर को सोमवार के दिन सदन की कार्यवाही रात के 9.15 बजे तक चलती रही जो अपने आप में एक किर्तिमान है तथा सदस्यों की सदन के प्रति निष्ठा तथा प्रतिवद्धता को दर्शाता है। कोरोना महामारी अभी खत्म नहीं हुई है अभी भी कई जगह से संक्रमित मरीज आ रहे हैं जिसके चलते हांलाकि इस सत्र का आयोजन करना एक चुनौतीपूर्ण कार्य था लेकिन जिला प्रशासन तथा विधान सभा सचिवालय के अधिकारी व कर्मचारी इसके आयोजन के लिए पूरी तरह सजग व समर्पित थे। हिमाचल प्रदेश सरकार के बहुमूल्य सहयोग तथा इन सभी के प्रयासों से ही यह संभव हो पाया है।

  हिमाचल प्रदेश विधानसभा अपनी गरिमा, मर्यादा तथा उच्च  परंपराओं के लिए शुरू से ही पूरे भारतवर्ष में जानी जाती है। यह देश की सर्वप्रथम ई-विधान सभा है। प्रश्नकाल भी हुए नियमों के तहत चर्चाएं भी हुई। सत्र में जनहित के महत्वपूर्ण विषयों पर प्रश्नों के माध्यम से चर्चा हुई व सुझाव दिए गये जिनके दूरगामी परिणाम होंगे। । इस सत्र के दौरान  कुल 281 तारांकित तथा  138 अतारांकित प्रश्नों की सूचनाओं पर सरकार द्वारा उत्तर उपलब्ध करवाए गए। नियम-61 के अन्तर्गत  1विषय, नियम-62 के अन्तर्गत 5 विषयों, व नियम-130 के अन्तर्गत 7 प्रस्तावों पर सदस्यों ने सार्थक चर्चा की। इसके अतिरिक्त नियम-101 के अन्तर्गत 3 गैर-सरकारी संकल्प प्रस्तुत हुए तथा एक संकल्प सदन में पिछले सत्र में प्रस्तुत हुआ था जिस पर मंत्री ने सदन में उत्तर दिया। इस सत्र में प्रस्तुत संकल्प पर अगले सत्र में चर्चा की जायेगी। इसके अतिरिक्त 5 सरकारी विधेयक भी सभा में पुर:स्थापित किये गये तथा उन पर सार्थक चर्चा हुई। इनमें से 3 विधेयक पर सदस्य से संशोधन भी प्राप्त हुए उसके उपरान्त  विधेयक को सदन द्वारा पारित किया गया ।

 नियम324 के अन्तर्गत विशेष उल्लेख के माध्यम से 13 विषय सभा में उठाये गये तथा सरकार द्वारा इस सम्बन्ध में वस्तुस्थिति की सूचना सभा व सदस्यों को दी गई। सभा की समितियों ने भी 22 प्रतिवेदन सभा में उपस्थापित किये। इसके अतिरिक्त मन्त्रियों द्वारा अपने-अपने विभागों से सम्बन्धित दस्तावेज भी सभा पटल पर रखे  गए तथा महत्वपूर्ण वक्तव्य भी दिये गए । इसी सत्र में उप चुनाव में निर्वाचित हुए सदस्यों का भी परिचय करवाया गया।

 इस सत्र के दौरान प्रथम दिन जहां सदस्यों द्वारा हैलीकॉप्टर क्रैश में शहिद हुए (CSD) संयुक्त रक्षा सेवा के प्रमुख जनरल विपिन सिंह रावत उनकी धर्मपत्नी मधुलेखा रावत तथा 12 अन्य सैन्य अधिकारी/ कर्मचारी जिसमें हिमाचल प्रदेश के महान सपूत लांस नायक विवेक कुमार भी शामिल थे को भी सदन में श्रद्धांजली दी गई। इसके अतिरिक्त पिछले सत्र से इस सत्र के बीच पूर्व मंत्री जी0 एस0 बाली, पूर्व सदस्य डॉ0 शिव कुमार तथा बोध राज का निधन हुआ था को समूचे सदन द्वारा श्रद्धांजली दी गई तथा सदन द्वारा उनके परिवार  के प्रति हार्दिक संवेदना प्रकट की गई तथा शोक सतंप्त परिवार को इस असहनीय कष्ट को सहन करने की प्रार्थना की गई। सत्र के दौरान कोरोना महामारी के संक्रमण से सभी को सुरक्षित रखने हेतु पूर्व की भांति ऐतिहातन कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए। सदस्यों के लिए सदन में समाजिक दूरी अपनाने हेतु उनके आसन को 6 फुट  ऊंची पोलीकार्बोनेट सीट से पृथक किया गया।

 सत्र के दौरान कोरोना संक्रमण से बचने के लिए राज्य तथा केन्द्र सरकार द्वारा समय-समय पर जारी की गई SOP’s की अक्ष:रक्ष: पालना की गई। विधान सभा सचिवालय तपोवन परिसर को सत्र से पूर्व पूरी तरह सैनिटाईज किया गया तथा लोगों को फेस मास्क तथा सामाजिक दूरी बनाए रखने के लिए प्रेरित किया गया। हर प्रवेश द्वारा पर सैनेटाइजर से लैस पैडल द्वारा  चालित मशीनों को रखा गया। इसके अतिरिक्त किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा विधान सभा परिसर में एंबुलेंस तथा टेस्टिंग मशीन की व्यवस्था की गई । त्वरित  जांच के लिए डॉक्टर तथा पैरामेडिकल स्टाफ की टीम आईसोलेशन वार्ड में तैनात  थी। विधान सभा सचिवालय में प्रवेश पाने हेतु थर्मल स्क्रीनिंग की जाती रही। आपातकालीन स्थिति के लिए टांडा मैडिकल कॉलेज में दो स्पेशल वार्ड भी आरक्षित रखे गये थे।  इस बार आगंतुकों को भी दर्शक दीर्घा में बैठने हेतु SOP’s की परिपालना करते हुए पास जारी किये गये। इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री तथा मंत्रीपरिषद से मिलने आये लोगों को भी पास जारी किये गये । उनकी सुविधा हेतु विधान सभा सचिवालय की ओर से एक सम्पर्क अधिकारी को भी तैनात किया गया था ताकि उन्हें मुख्यमंत्री तथा मंत्रियों से मिलने में कोई असुविधा न हो। इस बार Phased Manner में पास जारी किये गये  तथा भीड़ कम करने के लिए सत्र के कार्यों से जुड़े अधिकारियों /कर्मचारियों के पास में भी कटौती की गई थी ताकि ज्यादा भीड़ न हो। हर रोज दर्शक दीर्घा में  300 से ज्यादा लोगों को सदन की कार्यवाही देखन के लिए पास जारी किए गए। 5 दिवसीय सत्र की कार्यवाही को देखने के लिए करीब 800 छात्र -छात्राएं यहां पहुँचे जो संसदीय प्रणाली की मजबूती का आधार है तथा युवाओं का इस ओर आकर्षित होना लोकतांत्रिक प्रणाली के सुनहरे भविष्य का संकेत है।

 सत्र के दौरान मेरा भरसक प्रयास रहा कि सत्र की कार्यवाही सौहार्दपूर्ण वातावरण में चले। इसके लिए  मैं मुख्य मन्त्री , नेता प्रतिपक्ष का धन्यवाद करता हूं जिनकी वजह से इस माननीय  सदन  की कार्यवाही को सुचारू रूप से संचालित  कर पाये। मैं संसदीय कार्यमन्त्री, मुख्य सचेतक तथा उप मुख्य सचेतक का भी धन्यवाद करता हूं जिन्होंने सदन में दोनों पक्षों के बीच बेहतर समन्वय बनाए रखा। मैं अपने सहयोगी माननीय उपाध्यक्ष, विधान सभा व सभापति तालिका के सदस्यों का जिन्होंने कार्यवाही के संचालन में बहुमूल्य सहयोग दिया का भी धन्यवाद करता हूं। मैं सदन के समस्त सदस्यों का भी आभार व्यक्त करता हूं जिन्होंने इस सदन की समय सीमाओं और नियमों का पालन करते हुए अपनेअपने विषयों को सदन में उठाया। मैं विधान सभा सचिव और समस्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों एवं राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों/कर्मचारियों के सहयोग के लिए उनका आभार करता हूं, जिन्होंने विषम परिस्थितियों के बावजूद इस सत्र के लिए दिन-रातकार्यकर इस सत्र से सम्बन्धित कार्य को समयवद्ध तरीके से निपटाने में पूर्ण सहयोग दिया।

मैं जिला प्रशासन का धन्यवाद करना चाहूँगा, जिन्होंने सत्र में भाग लेने आए सदस्यों अधिकारियों तथा  कर्मचारियों के ठहरने की बेहतरीन व्यवस्था की तथा पर्यटन विकास निगम के अधिकारियों तथा कर्मचारियों का भी धन्यवाद करता हूं जिन्होंने सभी के लिए पौष्टिक तथा स्वादिष्ट भोजन की समय-समय पर समुचित व्यवस्था की । सत्र के आखिरी दिन  पौधारोपण का कार्य भी किया गया जो तपोवन परिसर की सुन्दरता को बनाये रखेगा तथा भूमि कटाव से परिसर को सुरक्षित रखेगा। मैं प्रिंट एवं इलैक्ट्रोनिक मीडिया के सभी पत्रकार मित्रों  का भी धन्यवाद करता हूं, जिन्होंने विधान सभा की कार्यवाही को प्रदेश के जन-जन तक पंहुचाने में अत्यन्त महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

 मैं सदन के नेता तथा मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को वर्तमान सरकार के चार साल पूर्ण होने पर हार्दिक बधाई देता हूं तथा प्रदेशवासियों को क्रिसमस तथा नव वर्ष 2022 की अग्रिम बधाई देता हूं तथा सभी प्रदेशवासियों के सुखद, समृद्ध तथा स्वस्थ जीवन की कामना करता हूं।

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