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14 रुपये सस्ता मिलेगा लाहौल का आलू बीज, सरकार ने घटाए दाम

हिमवंती मीडिया/रमेश कँवर 
पिछले वर्ष कोरोना के चलते किसानों ने लाहौल आलू का बीज 51 रुपये प्रति किलो के हिसाब से खरीदा था, जबकि इस बार 37 रुपये किलो दिया गया है। इसमें किसानों के लिए दो रुपये सब्सिडी का प्रावधान भी है। हिमाचल प्रदेश में आलू की खेती से जुड़े किसानों के लिए राहत की खबर है। इस बार कृषि विभाग के विक्रय केंद्रों में लाहौल-स्पीति का आलू बीज पिछली बार के मुकाबले 14 रुपये तक सस्ता मिलेगा। इससे किसानों को लाभ होगा। सरकार ने हाल ही में बीज के दाम में कटौती की है। पिछले वर्ष कोरोना के चलते किसानों ने लाहौल आलू का बीज 51 रुपये प्रति किलो के हिसाब से खरीदा था, जबकि इस बार 37 रुपये किलो दिया गया है। इसमें किसानों के लिए दो रुपये सब्सिडी का प्रावधान भी है। कुल्लू जिले में कृषि विभाग ने इस बार 270 क्विंटल बीज की डिमांड भेजी थी, जो कृषि विक्रय केंद्रों में पहुंच गई है। इसका आवंटन किसानों को कर दिया है। जिले में 1600 हेक्टेयर भूमि पर आलू की बिजाई की जाती है। बता दें कि हिमाचल की जलवायु आलू उत्पादन के लिए उपयुक्त है। यहां से देश के जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड और उत्तर पूर्वी राज्यों को लाहौली आलू बीज की आपूर्ति भेजी जाती है, लेकिन प्रदेश में आलू की उपज देश के अन्य राज्यों के मुकाबले काफी कम है।
जिले में आलू की एक बोरी बाजारों में 1800 से 2000 रुपये तक बिक रही है। वहीं मंडियों में 40 से 50 रुपये प्रतिकिलो थोक में बिकता है। यह आलू खाने में पंजाब के आलू से ज्यादा स्वादिष्ट होता है। इसलिए दिल्ली, पंजाब, लुधियाना मंडियों व बाजारों में अच्छी मांग रहती है।
आलू की बिजाई हिमाचल के ऊंचे पहाड़ी क्षेत्रों में दिसंबर और अप्रैल महीने में की जाती है। इससे आगामी तीन महीने में तैयार हो जाती है। किसान हेमंत राम, सुरेश, योगराज ने बताया कि बीज का दाम कम होने से राहत मिली है। हालांकि कुछ किसान अपने खेतों में स्वयं आलू का बीज तैयार करते हैं। इसके चलते विभाग के पास डिमांड कम जाती है।प्रदेश सरकार ने हाल ही में आलू बीज के दाम 14 रुपये तक कम किए है। इस बार किसानों को 37 रुपये किलो के हिसाब से बीज दिया है। जबकि पिछले वर्ष इसका दाम 51 रुपये प्रति किलो था।

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