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15 दिवसीय थैरेपी शिविर आश बाल विकास केन्द्र में सम्पन्न, शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर ने बतौर मुख्यातिथि की शिरकत

हिमवंती मीडिया/रमेश कँवर(कुल्लू) 
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डाईट) जरड़ के सौजन्य से आश बाल विकास केन्द्र अखाड़ा में दिव्यांग बच्चों के लिए आयोजित 15 दिवसीय समावेशी शिाक्षा एवं थैरेपी शिविर सम्पन्न हो गया। शिक्षा भाषा कला एवं संस्कृति मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने इस अवसर पर बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजनों के लिए आश बाल विकास केन्द्र आशा की एक किरण है। उन्होंने बेहतरीन प्रयासों के चलते उम्मीद की किरण जगाने के लिए आश केन्द्र के संचालकों तथा दिव्यांग बच्चों सहित उनके अभिभावकों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन तथा सांफिया फाउंडेशन के मध्य एमओयू हस्ताक्षरित हुआ है तथा आश बाल विकास केन्द्र को अब क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू के प्रांगण में स्थापित किया जाएगा जहां पर जिला कुल्लू के सभी दिव्यांग बच्चों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जाएगी। सांफिया द्वारा व्हील थैरेपी गतिविधियों को जिला कुल्लू के दूर-दराज क्षेत्रों तथा गांवों में चलाकर दिव्यांग बच्चों तथा लोगों को घर  द्वार पर थैरेपी की सेवा व सुविधा प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि आश केन्द्र के लिए सीएसआर के माध्यम से गाड़ी का प्रबंध किया जाएगा ताकि जिला के प्रत्येक गांव में ऐसे सभी दिव्यांग बच्चों तथा लोगों को सुविधा मिल सके।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि निश्चितत तौर पर ऐसे दिव्यांग बच्चों के साथ माता-पिता को समय व्यतीत करना एक बहुत बड़ा चुनौतीपूर्ण कार्य है। इन बच्चों को सहारा मिले तथा वे बेहतर जीवन-यापन कर सकें इसके लिए हम सब को मदद एवं सहायता के लिए आगे आना चाहिए। थैरेपिस्ट तथा स्पेशल शिक्षक दिव्यांग बच्चों के भविष्य को बेहतर बनाने तथा समाज में उन्हें विकास की मुख्य धारा के साथ जोड़ने की दिशा में अच्छा कार्य कर रहे हैं।

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