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क्वांरनटाइन के डर से परवाणू टीटीआर चौक से वापिस लौटे 50 गाड़ियों में सवार 200 लोग केवल 4 लोग हुए अंडर क्वांरनटाइन

परवाणु ( शांति गौतम )
प्रदेश में बाहरी राज्यों से विशेष अनुमति लेकर हिमाचल आ रहे लोगों को बार्डर पर ही क्यूरेंटाइन करने के प्रदेश सरकार के फैसले के बाद टीटीआर चौक से अधिकतर लोग क्यूरेंटाइन के डर से वापस चले गए। इस निर्णय के बाद परवाणू से किसी को भी बिना क्यूरेंटाइन के आने नहीं दिया, फलस्वर क्यूरेंटाइन के डर से तकरीबन 50 गाडियां वापस मुड़ गई, जिसमें अंदाजन करीब 200 से अधिक लोग सवार थे। हालांकि इस दौरान 4 लोगों को क्यूरेंटाइन भी किया गया है और उन्हे क्यूरेंटाइन सेंटर में 14 दिन के लिए भेजा गया है। चारों ही लोग कसौली के आसपास के बताए जा रहें है और कोलकाता में किसी काम से गए थे। गत दिवस जब चारों वापस आए तो अपनी सहमति से क्यूरेंटाइन सैंटर में चले गए। गौरतलब है कि परवाणु के टीटीआर चैंक में सोमवार को ही सुबह से प्रदेश में आने के लिए वाहनों की आवाजाही शुरु हो गई थी, लेकिन यहां पर किसी भी वाहन को प्रदेश में एंट्री करने नहीं दिया गया। इस दौरान यहाँ पहुंचे लोगों को क्यूरेंटाइन होने के लिए पुलिस के जवानों ने समझाया तो सभी लोगों ने वापस मुडना जरुरी समझा। बैरियर में चिकित्सकों की टीम की भी तैनाती की गई है, जो वहां पर लोगों के स्वास्थ्य की जांच कर रहीं है। कोरोना वायरस से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने परवाणु में दो क्यूरेंटाइन सेंटर स्थापित किए है। अब जो भी प्रदेश में आना चाहेगा उसे पहले यहां पर 14 दिन निगरानी में बिताने पड़ेंगे, जिसके बाद ही उन्हें प्रदेश में एंट्री करने दी जाएगी। इस बारे सहायक आयुक्त परवाणु विक्रम नेगी व डीएसपी योगेश रौल्टा ने बताया की जो लोग बाहर से आ रहें है उन्हें 14 दिन का क्यूरेंटाइन किया जा रहा है। सोमवार को 4 लोगों को क्यूरेंटाइन किया गया है जबकि करीब 50 गाडियां यहाँ से वापस मुड गई है।

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