हिमवंती मीडिया/शिमला
केरल राज्य की तर्ज पर हिमाचल प्रदेश में किसानों को फल व सब्जियों पर समर्थन मूल्य दिया जाए ताकि किसानों को अपने उत्पाद का उचित मूल्य मिल सके । यह बात हिमाचल प्रदेश किसान सभा के प्रदेशाध्यक्ष डाॅ0 कुलदीप तंवर ने टमाटम उत्पादक संघ के सदस्यों को संबोधित करते हुए कही । तंवर ने कहा कि विशेषकर हिमाचल प्रदेश में किसानों की स्थिति इतनी अच्छी नहीं है । एक ओर कृषि उत्पादों की लागत मूल्य आसमान को छू रही है, वहीं पर दूसरी ओर किसानों को अपने उत्पादों का कई बार उचित मूल्य नहीं मिल पाता । उन्होने बीते वर्ष का उदाहरण देते हुए कहा कि किसानों का टमाटर 4 से 40 रूपये तक बिका, जिससे किसानों को लागत मूल्य भी नहीं मिल सका ।
डाॅ0 तंवर ने सरकार से मांग की है कि प्रो0 एमएस स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू किया जाए जिसमें आयोग की 2006 में जारी रिपोर्ट के अनुसार किसानों को समर्थन मूल्य देने की बात कही गई थी । इस आयोग की सिफारिशों के आधार पर ही वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोकसभा चुनाव जीता था । उन्होने कहा कि किसानों की समस्याओं को देखते हुए प्रदेश में फसल पर आधारित संगठन गठित किए जा रहे है जिसमें 22 ब्लाॅक में सेब उप्तादक संघ, पांच जिलों में दुग्ध उत्पादक संघ और कसुपंटी निर्वाचन सहित सोलन व सिरमौर जिला में टमाटर व अन्य सब्जी उत्पादक संघ गठित किए कर दिए गए हैं ताकि किसानों की समस्याओं को पुरजोर ढंग से सरकार के समक्ष रखा जा सके।