हिमवंती मीडिया/पावंटा साहिब
कोरोना काल में अपनी सेवाओं को देने के दौरान जान गवाने वाले हिमाचल प्रदेश पुलिस के 6 कर्मचारियों के परिजनों को नामी फार्मा कंपनी मैनकाइंड ने पुलिस मुख्यालय के साथ मिलकर 3 – 3 लाख रुपए की सहयोग राशि प्रदान की है। पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू के नृतत्व में कंपनी के अधिकारियों ने 3 – 3 लाख की राशि के चेक परिवार के सदस्यों को सौंपे।
इस अवसर पर डीजीपी संजय कुंडू ने कहा कि मैनकाइंड कंपनी और उसके डॉयरेक्टर राजीव जुनेजा ने असल मायने में मानवता की सेवा की है। उन्होंने कहा क़ि जब कंपनी के प्रतिनिधियों ने 3 महीने पहले हुई मुलाकात में पहली बार 3 लाख रूपये देने की बात कही तो यकीन नहीं हुआ, लेकिन उन्होंने इस मिथक को तोड़ दिया है। उन्होंने मानवता की मिसाल कायम की है।
इसके साथ ही डीजीपी के आग्रह पर जुनेजा ने आपदा व अन्य हादसों में पुलिस कर्मियों की मृत्यु पर आर्थिक सहायता के लिए एक फंड बनाने के लिए 20 लाख रूपये का सहयोग देने की भी हामी भर दी है।
गौरतलब है कि मैनकाइंड कंपनी ने हिमाचल में 2003 में अपना कारोबार शुरू किया था और आज यह हिमाचल की ही नहीं पूरे देश की एक नामी गिरामी दवाई इकाई के रूप में उभरी हैं। इसके चेयरमैन रमेश जुनेजा, डायरेक्टर राजीव जुनेजा, अर्जुन जुनेजा तथा एकलव्य जुनेजा सहित सारा जुनेजा परिवार जन सेवा के कार्य में जुटा हुआ है। अपने पिता की याद में इस उद्योग समूह ने जगदीश चंद्र जुनेजा नामक अस्पताल भी बनाया हुआ है, जो फिलहाल डेढ़ सौ बेड का अस्पताल है तथा पावंटा साहिब तथा आस-पास के इलाके में मरीजों को अपनी सेवाएं दे रहा है।
यही नहीं कोरोना काल मे इस अस्पताल ने अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। हजारों लोगों का सफलतापूर्वक इलाज किया है। साथ ही हिमाचल के नौजवानों को भारी संख्या में रोजगार भी मुहैया करवा रहा है। इसका सारा श्रेय कंपनी के चेयरमैन रमेश जुनेजा तथा उनके सुपुत्र अर्जुन जुनेजा, भतीजे एकलव्य जुनेजा तथा छोटे भाई राजीव जुनेजा के साथ-साथ उनके बहनोई पीके अरोड़ा व शीतल अरोड़ा को भी जाता है।