in

डोगरा होजरी ने बनाया एक्सपोर्ट क्वालिटी का पीपी सूट, सिटरा पूना से सैंपल हुआ पास

बिलासपुर (शांति गौतम):- बिलासपुर इंडस्ट्रियल एरिया के मशहूर डोगरा होजरी में कोरौना जैसी भयंकर बीमारी से लड़ने के लिए कोरौना योद्धाओं के लिए अप, टु ,मार्क पी .पी. सूट तैयार कर लिया है । इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उस सलाह को भी डोगरा होजरी ने चरितार्थ किया जिसमें मोदी ने वोकल फार लोकल होने के लिए कहा था । अब यह सरकार पर डिपेंड है कि वह लोकल को कितना प्रोत्साहित करती है ।

आज यहां इंडस्ट्रीज एरिया में डोगरा होजरी के मैनेजिंग डायरेक्टर ऋषभ डोगरा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि वह पिछले 20 ,21 अप्रैल से ही इस सब की तैयारी में जुटे हुए थे ,जब बिलासपुर अस्पताल में डॉक्टरों की एक बैठक हुई थी और डॉक्टरों ने इस तरह के सूट बनाने की सलाह दी थी । इसके लिए डीसी बिलासपुर तथा सभी प्रशासनिक अधिकारियों ने भी उनकी पीठ थपथपाई है । इस पीपी सूट को तैयार करने के लिए डोगरा होजरी को एक नई मशीन लगानी पड़ी, जिसकी कीमत छह लाख रुपये है । यह मशीन सिलाई वाली जगह को टेप लगाकर पूरी तरह से बंद कर देती है ताकि किसी प्रकार का कोई वायरस या कीटाणु अंदर ना जा सके । इस पीपी सूट को तैयार करने के लिए डोगरा होजरी को कई हाथों से गुजरना पड़ता है । सबसे पहले पीटी सूट का जो कपड़ा होता है, उसको एक जगह बड़ी मशीन के साथ इकट्ठा ही काट लिया जाता है ।

एक ही बार में 50, 50 सूट से लेकर 200 सूट तक की कटिंग हो जाती है । उसके बाद इसे आगे सिलाई करने के लिए भेजा जाता है । सिलाई के बाद फिर हाट केयर टेप सिविंग टेक्नोलॉजी वाली मशीन पर भेजा जाता है । जहां सिलाई की हुई सारी जगह को टेप लगाकर बंद कर दिया जाता है । इसके बाद पीपी सूट को फाइनल टच के लिए आगे भेजा जाता है । जहां इसकी बारीकी से जांच होती है और इसे फाइनल कर दिया जाता है । उसके बाद आगे फिर पैकिंग आदि का काम शुरू हो जाता है । इस तरह डोगरा होजरी की फैक्ट्री में एक साथ कई मशीनों पर इस पीपी सूट के तैयार होने का काम अमल में लाया जाता है। ऋषभ डोगरा ने बताया कि उनकी हाजरी से चार pp सूट के सैंपल भेजे गए थे ।यह सैंपल उन तीन हजार सैंपलों में शामिल थे, जो आल इंडिया लैवल पर इकट्ठे हुए थे। उसमें से तेरह सौ सैंपल पास हुए। जिनमें उनके चारों सैंपल शामिल थे।

ऋषभ ने बताया कि उनकी फैक्ट्री में संबंधित कोरोना योद्धा के साइज के हिसाब से भी सूट तैयार किए जाते हैं। यही नहीं हिमाचल प्रदेश में यदि कोई और व्यक्ति यह काम करना चाहता है, तो उसे यह तकनीक भी समझा सकते हैं । नए लोग काम करने के लिए आगे आने चाहिए।

उन्होंने बताया कि उनको इस पी पी सूट पर, जो उनकी फैक्ट्री में बनाया गया है , दूसरे प्रदेशों से भी बहुत अच्छे कमेंट आए हैं । कई प्रशंसकों ने तो यहां तक लिखा है कि आप का बनाया हुआ यह सूट एक्सपोर्ट क्वालिटी का है । उन्होंने बताया कि साढे़ चार सौ रुपए कीमत का यह पीपी सूट आसानी से उनकी फैक्ट्री में ऑर्डर देकर प्राप्त किया जा सकता है। सरकार को चाहिए कि लोकल को प्रोत्साहित करने के लिए लोकल पर वोकल होकर देवभूमि के टेलैंट को आगे बढ़ाया जाए।

अपने परिवार के इकलौते दुलारे सुशांत उर्फ गुलशन हत्याकांड के दोषयो को सजा मिले,सुशांत के नाम पर वॉलीवुड अकादमी स्थापित हो

किशनगढ़ (चंडीगढ) से बरोटीवाला में शराब लाते एक गिरफतार,चंडीगढ की बलैनो गाडी से जांच के दौरान मिली कामयाबी