बीबीएन(शांति गौतम):-लॉक डाउन के बाद वैसे ही बस सेवा कम है, जिन रूटों पर बसें चल भी रही है परिवहन निगम के कर्मचारियों की मनमानी के कारण लोगों तक पर्याप्त सुविधा नहीं पहुँच रही है। और सरकार खर्चा पूरा न होने का बहाना बना कर कुछ दिन बाद रूट को ही बंद कर देती है। नालागढ़ से सायं चार बजे जयनगर बस रूट है जो कि वाया दलछाम्ब है । शाम को तो सवारी होने के कारण बस को दलछाम्ब जाना ही पड़ता है लेकिन सुबह वापसी में ड्राईवर बस को दलछाम्ब न ले जाकर सीधे ही नालागढ़ ले आते हैं जिस कारण दलछाम्ब से आने वाली सवारियां परेशान होती है ।
आकाशवाणी शिमला से सेवा निवृत चेत राम ने बताया कि जब इस बारे में क्षेत्रीय प्रबन्धक नालागढ़ से बात की तो उन्होंने कहा कि सवारी न होने के कारण ऐसा किया जाता है जबकि हकीकत यह है कि लोग वहां बस का इन्तजार करते रह जाते है और लोगों को डेढ़ किलोमीटर पैदल चल कर कैची मोड़ से बस लेनी पड़ती है। जब गाँव में बस जाएगी ही नहीं तो सवारी कहाँ से आएगी ।उन्होंने सरकार से मांग की है कि निगम को बस निर्धारित रूट से ही चलाने के निर्देश दिए जाएँ।