मंडी(लो.स.वि.):- मंडी जिला प्रशासन द्वारा राजस्व कार्यों के सरलीकरण व डिजिटलीकरण के लिए तैयार नवीन पोर्टल और सॉफ्टवेयर बारे जिला में कार्यरत पटवारियों को प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई।
कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त ऋग्वेद ठाकुर ने राजस्व विभाग के कामकाज व प्रक्रिया को सरल व पारदर्शी बनाने के लिए आधुनिक तकनीकी के सदुपयोग पर जोर दिया।
उपायुक्त ने कहा कि मंडी जिला प्रदेश का पहला ऐसा जिला है जहां ई-डिस्ट्रिक्ट पोर्टल के जरिए शत प्रतिशत प्रमाण पत्र आनलाईन जारी किए गए हैं। कार्यशाला में राजस्व अधिकरियों को जन सुविधा पोर्टल के ‘म्यूटेशन मॉडयूल’ और ‘ई-रोजनामचा’ की को विस्तार से जानकारी दी गई।
कार्यशाला के उपरांत उन्होंने बताया कि जिला मंडी में पटवारियों को लैपटॉप व डोंगल उपलब्ध करवाए जा चुके हैं। पटवारी सारी सूचना तहसील, उपमंडल व जिला स्तर पर आनलाईन भेज सकेंगें। इसमें मुख्यतः भारी वर्षा, बाढ़ व दुर्घटना में हुए नुकसान व राहत प्रकरण, राजस्व सम्बन्धी केस व अन्य सभी मामलों की त्वरित सूचना मुख्यालय को आनलाईन ही भेजी जा सकेगी।
ई-रोजनामचा से पटवारियों का सारा काम अब आनलाईन
वहीं, ई-रोजनामचा साफ्टवेयर से जिला में पटवारियों का सारा काम अब ऑनलाईन हो गया है, जिससे राजस्व कार्यों के निष्पादन में सरलता, पारदर्शिता व समयबद्धता निश्चित होगी। साथ ही बहुस्तरीय निगरानी व्यवस्था प्रभावी होगी।
ये हैं म्यूटेशन मॉडयूल के फायदे
म्यूटेशन मॉडयूल से मंडी की जनता को ऑनलाईन इंतकाल तस्दीक करवाने की सुविधा मिलेगी। कोई भी व्यक्ति mandijansuvidha-in/mutaion
इस मौके पर अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी श्रवण मांटा, जिला राजस्व अधिकारी राजीव सांख्यान, जिला सूचना एवं विज्ञान अधिकारी अखिलेश भारती सहित जिला के विभिन्न भागों के राजस्व अधिकारी उपस्थित थे।