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बीज आवश्यकताओं पर राज्य को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कार्य करें कृषि वैज्ञानिक : वीरेन्द्र कंवर

हिमवंती मीडिया/पालमपुर
कृषि, पशुपालन, ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री वीरेन्द्र कंवर ने प्रमुख फसलों की बीज आवश्यकताओं पर राज्य को आत्मनिर्भर बनाने के लिए वैज्ञानिकों और  कृषि अधिकारियों से आह्वान किया। कंवर हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय में वैज्ञानिकों और अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
कंवर ने कहा कि प्रगतिशील किसानों को बीज उत्पादन कार्यक्रम में बड़े पैमाने पर शामिल किया जाना चाहिए और हिमाचल प्रदेश को अपनी बीज आवश्यकताओं के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के प्रयास किए जाने चाहिए, ताकि संसाधनों की बचत हो तथा बीज गुणवत्ता भी बनी रहे। उन्होंने बताया कि महामारी के दौरान कृषि और बागवानी को वरदान मिला क्योंकि बड़ी संख्या में लोगों ने बड़े शहरों से अपनी जड़ों यानि पैतृक स्थानों की ओर लौटने के बाद खेती को अपनाया। उन्होंने कहा कि औद्योगीकरण ने युवाओं को गांवों से शहरों की ओर पलायन के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि कुछ लोग खेती को हीन मानते हैं तथा युवा छोटी-छोटी सरकारी नौकरियों को वरीयता देते हैं, ऐसे लोगों को खेती के अलग-अलग मॉडल दिए जाने चाहिए ताकि वे खुशी-खुशी कृषि, बागवानी, पशु व मत्स्य पालन आदि को स्वरोजगार के रूप में अपनाएं।
 
 उन्होंने कहा कि पुराने समय में जब किसान अनाज और दालें उगाते थे तथा दुधारू व अन्य पशु पालकर समन्वित फार्मिंग करते थे, लेकिन हरित क्रांति के बाद किसानों ने खेती की ऐसी एकीकृत प्रणाली को छोड़ दिया। उन्होंने ने कीटनाशकों, पशु चारा और अन्य कृषि उत्पादों की अनाधिकृत बिक्री और गुणवत्ता की जांच करने की आवश्यकता पर भी बल दिया।
कंवर ने कहा कि केवल वही शोध समयोपयोगी है जो कृषक समुदाय के हित में हो। उन्होंने घरेलू आय बढ़ाकर विश्वविद्यालय को आत्मनिर्भर बनाने के लिए गंभीर प्रयास करने की सलाह दी। उन्होंने प्रत्येक पंचायत  किसानों को अपनाने और उन्हें अधिक आय व सुरक्षित खाद्य उत्पादन के लिए प्राकृतिक खेती या खेती के अन्य मॉडल अपनाने के लिए प्रशिक्षण देने का सुझाव दिया।  कंवर ने हाल ही में फसल की 13 किस्मों को विकसित करके जारी करने के लिए विश्वविद्यालय की सराहना की।
 इसके उपरांत कृषि, ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज, पशु तथा मत्स्य पालन मंत्री, वीरेंद्र कंवर  ने सीएसआईआर को दौर किया। उन्होनें इस अवसर पर संस्थान के टिश्यू एंड सेल कल्चर फैसिलिटी, हाइड्रो एंड ऐरोपोनिक फैसिलिटी, हींग एवं केसर नर्सरी, और पायलट प्लांट फैसिलिटी सेंटर का अवलोकन भी किया। सीएसआईआर के निदेशक संजय कुमार ने मुख्यातिथि का स्वागत किया और  संस्थान के अनुसंधान और अन्य कार्य की जानकारी दी।

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