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रासूमांदर क्षेत्र में तेंदुओं नेमचाया आतंक

राजगढ़(चौहान):- रासूमांदर क्षेत्र की ग्राम पंचायत देवठी मझगांव, डिब्बर  व कोटी पधोग में तेंदुओं के खौफ से लोग काफी भयभीत हैं । प्रदेश के जानेमाने साहित्यकार एवं राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित विद्यानंद सरैक ने कहा कि गत दिनों डिब्बर नाला में तीन तेंदुएं देखे गए, जिनके भय से लोगों का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है । उन्होने बताया कि कोटी पधोग के पूर्व प्रधान हरिदास बनोल्टा की पत्नि को भी दिन दहाड़े तेंदुए द्वारा नोचा गया है ।

उन्होने कहा कि तेंदुए क्षेत्र में आदमखोर हो गए है, परंतु वन विभाग द्वारा इन तेंदुओं को पकड़ने बारे कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है । सरैक का कहना है कि तेंदुऐं हर कहीं झाड़ियों में चुपचाप बैठे रहते है और छुप कर  मवेशियों व आदमियों पर वार करते हैं । उन्होने कहा कि जंगली जानवरों का पलायन अब आबादी क्षेत्रों में होने लगा है जिससे लोग अपने आपको असुरक्षित महसूस कर रहे हैं । सरैक का कहना है कि समूचे रासूमांदर क्षेत्र में तेंदुओं द्वारा अनेक पालतु पशुओं और भेड़ बकरियों को अपना ग्रास बनाया गया है ।

उन्होने कहा कि वन विभाग को मूक दर्शक की तरह नहीं बैठना चाहिए बल्कि जिस प्रकार जंगली जानवर लोगों के घरों में घुसने आरंभ हो गए है इस बारे मे ठोस कार्यवाही की जानी चाहिए। कहा कि  वर्तमान परिप्रेक्ष्य में जानवर जंगलों से निकलकर आबादी क्षेत्र में भारी संख्या में प्रवेश कर रहे है जोकि फसलों का नुकसान करने के अतिरिक्त  मानव जीवन के लिए घातक सिद्ध हो रहे हैं। इस बारे मे विभाग को गहनता से विचार करना चाहिए।

वन परिक्षेत्र अधिकारी हाब्बन रणधीर सिंह ने बताया कि उनके पास ऐसी कोई सूचना नहीं आई है । उन्होंने कहा कि फील्ड से रिपोर्ट मंगवाई जाएगी तथा  तेंदुओं को पकड़ने के लिए संबधित क्षेत्र में  पिंजड़े भेज दिए जाएंगें ताकि लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।

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