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लगातार कोरोना के मामले आने पर भी सचिवालय बंद न होने पर भड़के कर्मचारी

शिमला (पूनम मेहता):- हिमाचल प्रदेश सचिवालय में तीन कोरोना पॉजिटिव मामले आने के बावजूद भी कार्यालय बंद न करने पर कर्मचारी भड़क गए। सुबह करीब दस बजे मुख्य गेट पर कर्मचारियों द्वारा प्रदर्शन किया। कर्मचारी अपनी शाखाओं से बाहर आए और नारेबाजी करने लगे। कर्मचारियों ने इलर्जली बिल्डिंग बंद न करने पर रोष जताया। सचिवालय में सैनिटाइजेशन नहीं होने और गेट पर एंट्री के समय सख्ती न बरतने को लेकर भी विरोध किया है।

कर्मचारियों ने दो दिन के लिए सचिवालय को बंद करने की मांग की है। वहीं कई कर्मचारियों ने सचिवालय में कोरोना है लिखी तख्तियां गले में पहनकर प्रदर्शन किया। प्रशासन पर भी मांगों की अनदेखी करने का आरोप लगाया गया है। प्रदर्शन के बाद कई कर्मचारी घर चले गए और कुछ कर्मी काम पर लौट गए।

सचिवालय कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष संजीव शर्मा ने कहा कि जब पहला पॉजिटिव केस आया था तो बिल्डिंग को सील कर सैनिटाइजेशन की मांग उठाई गई थी। संक्रमण का दूसरा मामला आने के बाद दोबारा मांग की गई थी। अब जो तीसरा व्यक्ति पॉजिटिव निकला है, वह 27 जुलाई तक दफ्तर आता रहा है। 

वहीं सचिवालय कर्मचारियों का आरोप है की जब एजी ऑफिस, हाईकोर्ट, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, विश्वविद्यालय बंद किए जा सकते हैं तो सचिवालय को बंद क्यों नहीं किया जा रहा। उन्होंने कहा कि इन हालात में काम करना मुश्किल हो गया है। कई लोगों का सचिवालय में आना-जाना होता है।

ऐसे में सचिवालय के कर्मचारियों की जान जोखिम में डाल दी गई है। जब अफसरों ने हमारी बात को गंभीरता से नहीं लिया तो मजबूरन दफ्तर से बाहर आना पड़ा है। सचिवालय प्रशासन विभाग के सचिव देवेश कुमार का कहना है कि जो भी कर्मचारी घर जाना चाहते हैं वे जा सकते हैं। किसी की भी छुट्टी नहीं काटी जाएगी।

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