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हिलव्यु पब्लिक स्कूल अपने प्रारम्भिक काल से ही लड़कियों की शिक्षा पर देता आया है जोर

 

माजरा (ब्यूरो):- हिलव्यु पब्लिक स्कूल अपने प्रारम्भिक काल से ही लड़कियों की शिक्षा पर जोर देता आया है और लड़कियां अधिक से अधिक शिक्षा ग्रहण करें। इसका अन्दाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि छात्राओं के लिए स्कूल प्रशासन द्वारा निःशुल्क पुस्तकें दी जाती हैं और प्रवेश शुल्क में भी काफी छूट है। स्कूल की प्रशासिका पूनम गोयल का कहना है कि वह 1994 में जब अपने पति के पास पांवटा रहने आईं तो उन्होंने एक विद्यालय खोलने की सोची, क्योंकि यह उनका सपना काफी पुराना था और उनके पति के पास पांवटा शहर में जहॉं स्कूल खोलने के लिए समूचित भवन उपलब्ध था।

उन्होंने बहुत विचार किया और अन्त में तय किया कि पांवटा शहर में काफी पब्लिक स्कूल हैं, लेकिन गांव के बच्चों को अंग्रेजी माध्यम से शिक्षा ग्रहण करने में काफी कठिनाई होती है और वह शहर जाने से कतराते थे, जिससे उन्हें गुणवत्ता वाली शिक्षा नहीं मिल पाती थी। इसी वज़ह से ग्रामीण इलाके में पहला अंग्रेजी माध्यम का स्कूल ‘हिलव्यु पब्लिक स्कूल’ के नाम से खोला और वर्ष 1994 में इसकी शुरूआत मात्र 67 शिक्षार्थियों से शुरू हुई, जो निरन्तर बढ़ती जा रही है।

 इस समय इस ग्रामीण क्षेत्र के विद्यालय में लगभग 500 विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं, जिसमें छात्राओं की काफी संख्या है। स्कूल की प्रशासिका श्रीमती पूनम गोयल इस विद्यालय की स्थापना से ही पूरी तरह समर्पित भाव से कार्य कर रही है। कभी उन्हें प्रशासक की कुर्सी पर देखा जाता है तो कभी प्रधानाचार्या की कुर्सी पर अपना दायित्व निभाते देखा जाता है। यही नहीं एक आदर्श शिक्षक का दायित्व निभाते हुए कक्षाओं में पढ़ाने के लिए भी यदा-कदा पहुँच जाती हैं।

इस स्कूल में एक सबसे निराली बात यह है कि शुरू से ही समस्त शिक्षिकाएं महिलाएं हैं और अपना कार्य अपने ढंग से कर रही हैं। आम तौर पर शिक्षकों की अपेक्षा शिक्षिकाएं जहॉं मृदुभाषी होती हैं, वहीं बच्चों के प्रति ममत्व भी उनमें अधिक होता है। इसी कारण यहॉं के सभी बच्चे अपने आप को पूर्णतया सुरक्षित पाते हैं और उन्हें अपना घर का माहौल सा मिलता है। स्कूल में जहॉं हवादार कमरे हैं, वहीं स्टेनलेस स्टील से बना आधुनिक फर्नीचर है तथा बहुत बड़ी स्मार्ट क्लासें हैं। यही नहीं कुछ वर्ष पूर्व हिमाचल प्रदेश शिक्षा बोर्ड से मिडल स्कूल से हाई स्कूल की मान्यता भी मिल गई है और अब यह स्कूल कक्षा 10 तक के शिक्षार्थियों को शिक्षा दे रहा है।

हर वर्ष बोर्ड की परीक्षाओं में यहॉं के बच्चे नये-नये कीर्तिमान स्थापित करते रहे हैं और पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद प्रतियोगिताओं में भी पूरे प्रदेश में अव्वल स्थानों पर रहते आ रहे हैं। स्कूल में प्रसाधनों की भी काफी संख्या है और 24 घंटे शुद्ध व गुणवत्ता वाला पानी भी उपलब्ध है। बच्चों को दूर-दराज के गांव से लाने के लिए स्कूल बसों का भी प्रबन्ध किया गया है और उनमें भी सभी मापदंडों को ध्यान में रखते हुए चालक व परिचालकों की नियुक्ति की गई है। सफाई पर भी काफी ध्यान दिया जाता है और पूरे विद्यालय की सफाई के लिए काफी संख्या में सफाई कर्मचारी नियुक्त किये गये हैं।

यह संस्थान एक पंजीकृत सोसायटी के अन्तर्गत चलाया जा रहा है और पूरा प्रबन्धन इस स्कूल के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। इसलिए समय- समय पर कार्यशालाएं भी आयोजित की जाती हैं। कम्प्यूटर की पढ़ाई पर विशेष ध्यान दिया जाता है ताकि सभी बच्चे आधुनिक युग में किसी भी तरह पीछे न रहें।

सभी राष्ट्रीय व धार्मिक पर्व भी स्कूल में मनाये जाते हैं और बच्चों में आत्मविश्वास बढ़ाने के उद्देश्य से खेलों व सांस्कृतिक विद्याओं में भी महारथ हासिल हो इसका प्रयास किया जाता है। हर वर्ष इस स्कूल के 10वीं की परिक्षाओं में काफी संख्या में बच्चे मेरिट में आते हैं, जिन्हें सरकार द्वारा लैपटॉप भी कई वर्षों से निरन्तर दिये जा रहे हैं। लॉक डाउन के दौरान भी स्कूल की सभी शिक्षिकाएं ऑनलाइन बच्चों को शिक्षा देने में व्यस्त है तथा अन्य गतिविधियां भी बखूबी कराई जा रही हैं।

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