नाहन(प्रे.वि.):- पुलिस लाईन नाहन, जिला सिरमौर में ” प्रवर्तन की पाठशाला “ कार्यक्रम का जो सूचक किया गया और इस कार्यक्रम के अन्तर्गत एक दिन का कैप्सूल कोर्स जिला सिरमौर पुलिस के अन्वेषणाधिकारियों के लिए आयोजित किया गया। ” अधिग्रहण की पाठशाला “ कार्यक्रम का मुख्य उधेश्य जिला सिरमौर के अन्वेषणाधिकारियों की कार्यकुशलता और दक्षता बढ़ाना हैं और उन्हे विभिन्न कानूनों में हुए संशोधनों के बारे में अपडेट करना है ताकि अपराधों की रोकथाम के लिए पीड़ित व्यक्ति को न्याय दिलाया जा सके प्रवर्तन की पाठशाला में DRUG ENFROCEMENT LAWS के अन्तर्गत विभिन्न कानूनी प्रावधानों के बारे में सभी भागीदारों का मार्गदर्शन किया गया है।
विशेषकर नारकोटिक्स दरगाह और सार्वजनिक क्षेत्र के अधिनियम के प्रावधानों के बारे में चर्चा की गई और साझेदारों के संशय दूर किए गए, क्योंकि नारकोटिक्स दुर्गा और PSYCHOTROPIC SUBSTANCES ACT में कई आवश्यक प्रावधान हैं, जिनकी जांच के दौरान अन्वेषणाधिकारी के अनुपस्थिति के लिए आवश्यक हो जाते हैं। जैसा कि इस एक्ट के अपराधों में आवश्यक प्रावधानों की अनुपालना न होने पर मामला के विचारण के दौरान हर्फ़ लाभ अपराधी को गिरफ्तार किया जा सकता है।
पुलिस लाईन नाहन में सम्पन हुई ” प्रवर्तन की पाठशाला ” मे पुलिस अधीक्षक जिला सिरमौर, खुशहाल शर्मा, अतिरिक्त सत्र न्यायधीश, जसवंत सिंह ठाकुर, अतिरिक्त जिला न्यायवादी, संजय पंडित, बबिता राणा (अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक), ड्रग इंस्पेक्टर पांवटा साहिब, सुरेश, और जिला सिरमौर पुलिस के निरीक्षक मानवेन्द्र, निरीक्षक सर्वजीत सिंह, निरीक्षक संजय शर्मा, निरीक्षक सिम्पल चौहान, उप निरीक्षक मेहर चंद सहित कुल 20 प्रतिभागियों ने इस कैप्सूल कोर्स में बतौर प्रतिभागी लिया।
पुलिस अधीक्षक, जिला सिरमौर ने बतलाया है कि “प्रवर्तन की पाठशाला” कार्यक्रम के दौरान प्रत्येक महीने के दूसरे और चौथे शुक्रवार को एक दिन के कैप्सूल कोर्स भविष्य में भी आयोजित किए जाऐगें और आने वाले दिनों में इस कार्यक्रम के दौरान जांच पड़ताल प्राधिकरणों को बाल अपराधों, महिलाओं से सम्बोधित अपराधों, साईबर क्राईम इत्यादि विभिन्न कानूनों के बारे में जिला सिरमौर पुलिस के अन्वेषणाधिकारियों का मार्गदर्शन किया जा रहा है, इसलिए वह पूरी कुशलता और दक्षता के साथ अपराधों का सामना कर सकती है।