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हाउडी मोदी पर चर्चा बेमानी

अमेरिका के ह्यूस्टन ने हाउडी मोदी के सफल आयोजन के बाद देश की रियासत गर्मी गई है। भाजपा जहॉं इस कार्यक्रम को ऐतिहासिक बता कर अपनी पीठ ठोकने में मशकूल है वहीं कांग्रेस इसे विदेश नीति का उल्लंघन करना मान रही है। भाजपा का कहना है कि पीएम मोदी दुनिया के सामने यह छाप छोड़ने में कामयाब रहे कि भारत अब शक्तिशाली है। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस हाउडी मोदी कार्यक्रम से काफी नाराज है। कांग्रेस का कहना है कि प्रधानमंत्री अमेरिका में भारत के प्रधानमंत्री के रूप में गये थे लेकिन वहॉं वह अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के स्टार प्रचारक के रूप में काम कर रहे थे। कांग्रेस का मानना है कि अपने व्यवहार से मोदी ने ट्रंप को अमेरिका में आगामी होने वाले चुनावों में जीत दिलाने हेतु भारत वंशियों में ट्रंप की पैठ बनाने का कोशिश करार दिया है। विदेशी मीडिया में भी हाउडी मोदी का जादू भी सिर चढ़कर बोला है। अमेरिका चीन और यूरोप समेत पूरी दुनिया की मीडिया में पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच इस मुलाकात को और हाउडी मोदी कार्यक्रम को ऐतिहासिक बनाया है। विदेशी मीडिया ने तो यहॉं तक कहा है कि मोदी और ट्रंप दोनों में खुद को लोगों का प्रतिनिधि दिखाने के लिए ही उस तरह का प्रपंच रचा है। दोनों अपने-अपने मतदाताओं के बीच इस नजरिये के साथ गये कि वह अपने देश को महान बनाएंगे। इसमें कोई दोराय नहीं कि मोदी-ट्रंप का साथ आना भारत अमेरिका के बीच बढ़ रही राजनैतिक नजदीकी को दर्शाता है। ट्रंप ने नरेन्द्र मोदी का स्वागत बढ़-चढ़कर किया जबकि आमतौर पर अमेरिकी राष्ट्रपति ऐसा नहीं करते। दूसरी ओर पाकिस्तान के राष्ट्रपति इमरान खान को अमेरिका जाने पर अमेरिकी स्वागत के अपेक्षा जलालत आदि झेलनी पड़ी। भारत में भी हाउडी मोदी को लेकर जनता में कई-कई तरह की विचारधारायें सामने आ रही हैं। जहॉं एक ओर मोदी समर्थक फूले नहीं समा रहे हैं वहीं दूसरी ओर कांग्रेस समर्थक इसे देश हित में नहीं मान रहे हैं और मोदी द्वारा अमेरिका में किये गये व्यवहार को ठीक नहीं मान रहे हैं लेकिन मामला चाहे कुछ भी हो हाउडी मोदी के जरिए भारत जहॉं विश्व में अपनी साख ओर भी अच्छी बनाने में कामयाब हुआ है वहीं भारत अमेरिकी रिश्तों में जो नई गर्माहट आई है उसका फायदा भविष्य में दोनों ही देशों को अवश्य मिलेगा। इस समय देश की अर्थव्यवस्था काफी डांवाडोल हो रही है। ऐसे में मोदी ने जो अमेरिका में रह रहे भारतीय समुदाय से अनुरोध किया है कि वह हर साल कम से कम 5 गैर भारतीय परिवारों को पर्यटक के तौर पर भारत भेंजे। इससे भी भारतीय अर्थव्यवस्था पर काफी प्रभाव पड़ेगा और भारत की आर्थिक स्थिति मज़बूत होगी और विदेशों में जो भारत के विरू( भ्रांतियॉं फैली हुई है वह भी विश्व जनमत के सामने दूर हों।

कांग्रेस के युवा नेता व पूर्व काबिना मंत्री सुधीर शर्मा

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