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शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने किया डाइट संस्थान का निरिक्षण सरकारी स्कूलों में शिक्षा के स्तर को उठाने के लिए हुआ विचार विमर्श

नाहन ( प्रेे.वि )-
शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने आज नाहन डाईट संस्थान का निरिक्षण किया। इस दौरान डाइट में सरकारी स्कूलों में शिक्षा के स्तर पर उठाने के लिए संस्थान के सभी शिक्षकों के साथ विचार विमर्श किया। उन्होने स्कूलों में दी जा रही शिक्षा में सुधार करने के लिए शिक्षकों से सुझाव मांगे ताकि बच्चों को और बेहतर शिक्षा प्रदान की जा सके और आगामी नई शिक्षा नीति में उन सुझावों को सम्मलित कर प्रदेश के लिए बेहतर शिक्षा नीति बनाने की बात कही। उन्होने डाइट के शिक्षकों के साथ बैठक कर शिक्षा के महत्वपूर्ण तथ्यो पर चर्चा की। शिक्षकों को सरकारी स्कूलों में बेहतर परिणाम लाने के लिए भी आवश्यक सुझाव दिए। उन्होने स्कूलों में सामूहिक वार्ता और संचार कौशल को बेहतर बनाने की दिशा में प्रयास करने के भी निर्देश दिए। उन्होने कहा कि शिक्षा के बिना मनुष्य का जीवन निरर्थक है और शिक्षा ही मनुष्य के जीवन की सफलता की कूंजी मानी जाती है चुंकि शिक्षा से ही बच्चो का सर्वागीण विकास सुनिश्चित होता है। समाज में शिक्षक को बच्चों के भाग्य निर्माता की संज्ञा दी गई है क्योंकि शिक्षक बच्चों के जीवन को तराशने और सुसंस्कारित बनाने में अहम भूमिका निभाते है। इस दौरान शिक्षकों ने तीसरी कक्षा से पांचवीं कक्षा तक अलग-अलग विषयों का टाइम टेबल बनाकर शिक्षकों द्वारा रोटेशन में पढ़ाने तथा स्कूलों में डिजिटल लाइब्रेरी शुरू करने के बारे में भी सुझाव दिए। उन्होने डाइट की प्रार्थना सभा में भाग लिया। उन्होने डाईट की प्रार्थना सभा की सराहना करते हुए कहा कि प्रदेश स्तर पर इस तरह की प्रार्थना सभा करवाने पर विचार किया जाएगा। शिक्षा मंत्री ने बताया कि प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में एक क्रान्ति आई है और हिमाचल प्रदेश देश में शिक्षा हब के रूप में बड़ी तेजी से उभर रहा है जिससे युवाओं को अपने ही राज्य में रूचि के अनुसार विभिन्न विषयों में डिग्री व डिप्लोमा करने के अवसर प्राप्त हुए है। उन्होने कहा कि प्रदेश सरकार सरकारी स्कूलों में शिक्षा के स्तर को और बेहतर बनाने के लिए प्रयासरत है। इस अवसर पर उप निदेशक प्रारम्भिक शिक्षा बिपन सिंह द्वारा शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने डाईट पहुंचने पर उनका स्वागत कर सम्मानित किया। इस अवसर पर प्रिसिपल डाईट ऋषि पाल शर्मा के अलावा संस्थान के प्रशिक्षु व प्रशिक्षक भी उपस्थित थे।

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