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दवा निर्माता संघ ने फार्मा कर्मचारियों की करवाई रिकार्ड तोड वैक्सिनेशन

बीबीएन/ कविता गौतम

हिमाचल प्रदेश दवा निर्माता उद्योग संघ (एचडीएमए) ने बीबीएन में कार्यरत दवा उद्योगों के कर्मचारियों को कोरोना से बचाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। औद्योगिक संगठन ने एक सुनियोजित योजना के तहत रणनीति बनाई कि कोविड से पिछले साल की बजाय इस बार बेहतर तरीके से रणनीति बनाई।

फार्मा कंपनी के अधिकांश कंपनी के कर्मचारी 18 से 44 साल आयु वर्ग के हैं और यही देश के वो कर्णधार हैं जो कि भारत के लिए दवा तैयार करते हैं। इनका रुटीन में वेक्सिन का नंबर नहीं लग रहा था तो यह खतरा भी था कि अगर किसी कंपनी में एक भी पोजिटिव हो गया तो पूरी कंपनी को संक्रमित कर देगा। इसके बाद संगठन के युवा व ऊर्जावान प्रदेशाध्यक्ष डा. राजेश , महामंत्री मुनीष व कोषाध्यक्ष संजय शर्मा सीएम जयराम ठाकुर से मिले और उन्होने बताया कि
हमारे कर्मी दिन रात मेहनत करके दवा बनाते हैं और उनकी आयु 44 से कम है जबकि उनको पहले टीका लगना चाहिए।

उसके बाद सरकार ने फार्मा कंपनियों को फ्रंटलाईन वर्कर घोषित किया। इसी कडी में एचडीएमए ने 15 जून से अपने कार्यालय में बीबीएन के तमाम फार्मा कंपनी के कर्मियों को वैक्सीन लगाना प्रारंभ किया जिससे वर्करों में भी सुरक्षा की भावना आई और संक्रमण का खतरा भी कम हुआ। एसोसिएशन ने सरकार के अलावा अपनी एक विशेष टीम मोतिया प्लाजा बददी कार्यालय में बिठाई।

दवा कंपनियों में दो गज की दूरी बनाना बहुत मुश्किल होती है इसलिए एसोसिएशन की रणनीति कारगार साबित हुई। संगठन के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. राजेश गुप्ता व उनकी पत्नी गुप्ता ने वैक्सीन की दूसरी डोज लगाई और सभी कर्मचारियों को इसके लिए प्रेरित किया ताकि सभी का स्वास्थ्य ठीक बना रहे।

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