माजरा (दानिश मिर्जा):- माजरा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला में 2005 -10 में विकास खंड पांवटा साहिब की विकास समिति के द्वारा एक परीक्षा हॉल का निर्माण कार्य करवाया गया था, जिसकी लागत लगभग 5-6 लाख रुपए आई थी। कई बार माजरा स्कूल के अधिकारियों द्वारा प्रशासन को पत्र लिखकर भी मामला संज्ञान में लाया गया था।
पैसों की कमी के कारण यह परीक्षा हॉल नहीं बन पाया था और इसका निर्माण अधूरा पड़ा था। 2018 में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के द्वारा इस भवन के अधूरे र्निर्माण कार्य के लिए 10 लाख रुपये की घोषणा की गई थी, जिसके बाद जून 2020 में इसके लिए 959000 के करीब पीडब्ल्यूडी विभाग के एक्सईएन नाहन के खाते में जमा करवा दिया गए थे। परंतु उसके बावजूद भी अभी तक इस भवन का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है। वहीं समाजसेवियों का कहना है कि विभागीय लापरवाही के चलते यह भवन अभी तक अधूरा पड़ा हुआ है।
गौरतलब है कि विभागीय लापरवाही के चलते इस भवन की हालत जर्जर हो चुकी है तथा इस भवन पर अगर दोबारा 10 लाख रुपये भी लगाए जाते हैं तो वह भी कम पड़ेंगे। अगर विभाग समय रहते इस भवन के निर्माण कार्य को सीरियसली लेता तो इस भवन की हालत जर्जर ना होती। वहीं कहीं ना कहीं प्रशासन की कोताही इस भवन को बनाने में साफ देखने को मिल रही है। वहीं समाजसेवी का कहना है कि इस भवन में निर्माण कार्य में जिन प्रशासनिक अधिकारियों ने लापरवाही बरती है, उन पर विभागीय कार्रवाई अमल में लाई जानी चाहिए।