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14 फरवरी को श्री साई अस्पताल में गुर्दा रोग की ओपीडी

नाहन ( प्रे.वि )
श्री साई मल्टीस्पशियलिटी अस्पताल एंव ट्रामा सेंटर नाहन में गुर्दा रोगियों के लिए माह के हर दूसरे शुक्रवार को गुर्दा रोग विशेषज्ञ डॉ अजय गोयल की ओपीड़ी होती है। जानकारी देते हुए अस्पताल के पीसीएस मोहित ने बताया कि अस्पताल में गुर्दा खराब होने की समस्या को लेकर रोगियों मे तेजी से इजाफा हुआ है। जिनकी सुविधा के लिए माह में एक दिन बेहतरीन नेफ्रोलोजिस्ट की ओपीडी निर्धारित की गई है। इस बारे में डॉ अजय गोयल ने बताया कि ब्लड प्रेशर और हड्डियों के लिए जरूरी है किडनी । किडनी के अन्य कामों में लाल रक्त कण का बनना और फायदेमंद हार्मोंस रिलीज करना शामिल हैं। किडनियों द्वारा रिलीज किए गए हार्मोंस के द्वारा ब्लड प्रेशर नियंत्रित और विटामिन डी का निर्माण किया जाता है जो हड्डियों के लिए बेहद जरूरी है। शुरुआत में ही किडनी की बीमारी को पहचान लेना बहुत जरूरी है। यदि किडनी के होने से शरीर से गंद तथा पेशाब बाहर निकलते हैं। जब ऐसा नहीं हो पाता तो किडनी में भरे हुए गंद के कारण आपके हाथ, पैर, टखना एवं चेहरा सूज जाता है। इस अवस्था में मूत्र का रंग गाढ़ा हो जाता है या फिर मूत्र की मात्रा या तो बढ़ जाती है या कम हो जाती है। इसके अलावा बार-बार मूत्र होने का एहसास होता है , लेकिन करने पर आता नही। इसके अन्य लक्षणों में मूत्र त्याग करने के वक्त दर्द, दबाव और जलन जैसा अनुभव होता हो। मूत्र में रक्त आने लगे या फिर झाग जैसा मूत्र आए तो बिना सोचे डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। डॉ अजय गोयल ने बताया कि किडनी को दुरुस्त रखने के लिए उच्च रक्तचाप को नियंत्रण में रखिए साथ ही ब्लड शुगर के लेवल का निरंतर जांच करवाते रहिए। जो लोग दवाई का सेवन ज्यादा करते हैं वह ध्यान दें कि इससे किडनी खराब होने की समस्या उत्पन हो सकती है। कई पिल्स और पेनकिलर तो आपके किडनी को सीधे नुकसान पहुंचाते हैं। गुर्दे की बीमारी में शामिल है जी मिचलाना, उल्टी, भूख में कमी, थकान और कमजोरी, नींद की समस्याएं, मानसिक तीव्रता में कमी, पैर और टखनों की सूजन, लगातार खुजली, सीने में दर्द, श्वास की कमी, उच्च रक्तचाप ( उच्च रक्तचाप )जो नियंत्रित करना मुश्किल है। किडनी को दुरूस्त रखने के लिए गोभी का सेवन, ब्लूबेरी,लहसुन जैसी खाद्य वस्तुए किडनी खराब के लक्षण को कम करते है तो आप ज्यादा से ज्यादा इन वस्तुओं का सेवन करें। वे अतिरिक्त आहार सहित सोडियम की मात्रा को सीमित करें। लहसुन नमक के लिए एक स्वादिष्ट विकल्प प्रदान करता है। इसके अलावा यह कई तरह के स्वास्थ्य लाभ भी देता है।

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