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आपस में मिलकर ही गलत फहमियाँ और दूरियाँ दूर की जा सकती हैं

मिस्सरवाला ( प्रेेवि )
गुरु नानक दवे जी ने अपने पैगाम और अपनी पूरी ज़िन्दगी मानव जाति की सेवा और आपसी दूरियों को मिटाने के लिए मानने वाला सुबूत दिया आपने र्स्वण मन्दिर अमृतसर की बुनियाद भी मुस्लिम सूफी मियां मीर साहिब के हाथों रखवाई जो अपने आप में एक मिसाल है यह वाक्य गुरुनानक देव जी के 550वें जन्म दिन के अवसर पर मदरसा क़ादरिया मिस्सरवाला के प्रधानाचार्य मौलाना कबीरुद्दीन फारान मज़ाहिरी ने किया। मदरसा क़ादरिया में एक सिख जत्था सन्त बाबा कुल्दीप सिंह प्रबन्धक गुरुद्वारा छावनी अकाल गढ़ सजय़ की रहनुमाई में तारीफ लाए। इस मौके़ पर प्रधान तरसेम सिंह सग्गी ने मदरसा क़ादरिया के प्रिंसिपल मौलाना कबीरुद्दीन फारान व अध्यापकों और छात्रों को सिख जत्थे का इस्तक़बाल करने पर मुबारक बाद पे की और मिठाइयां बाटी गईं। प्रधान जी तरसेन सिंह सग्गी ने कहा कि कुछ लोगों की ना सम-हजयी और सही मालूमात न होने की वजह से का़ैमों में दूरियाँ हो गई हैं हम सभीं को आपस में मिलकर इन दूरियों को मिटाना है। जत्थे में रिटयार्ड सूबेदार करनेल सिंह, मास्टर जगजीत सिंह, विरेन्द्र सिंह, मोहन सिंह, अमरजीत सिंह सम्मिलित थे।

अंतरराष्ट्रीय रेणुका मेले के समापन समारोह की मुख्यमंत्री ने की अध्यक्षता

वर्ष : 23 अंक : 46