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ऐसी तीन शख्सियते जिनके व्यक्तित्व और काम करने के जज्बे ने क्षेत्र में बनाई अपनी अलग पहचान

हेमराज राणा

जब किसी का व्यक्तित्व और काम करने का जज्बा और किसी क्षेत्र में एक अलग पहचान बनाए, तो वहां पर उनके हुनर और इच्छा शक्ति को कलम की इच्छा शक्ति से पिरोना लाजमी हो जाता है। आज हम जिस समाज में जी रहे है, वहां पर महिला एवं मातृशक्ति का देश और समाज में विशेष योगदान रहता ,है जिसका एक उदाहरण विधुत उपमंडल पांवटा साहिब सिरमौर में देखने को मिलता है। इन्होंने अपने इच्छा शक्ति, ईमानदारी, कर्तव्यनिष्ठा, आत्म इच्छा शक्ति को स्थापित करने में अपनी अहम पहचान बनाई है । सबसे पहले बात करेंगे मंजना सिंह जो कि गिरिपार के दुर्गम क्षेत्र शिलाई विधानसभा से आती है । इन्होंने अपनी इच्छा शक्ति, मेहनत और संघर्ष के बलबूते उच्च शिक्षा लेकर कनिष्ठ कार्यालय सहायक के पद पर रहकर अपनी अहम सेवाएं दे रही है । इनका खुशमिजाज स्वभाव और उपभोक्ताओं को बहुत ही सुगम तरीके से इनका बर्ताव अपने आप में बहुत कुछ ब्यान करता है और इनके काम करने का जज्बा अन्य के लिए एक सीख भी है और ये हमेशा से उच्च पद पर जाने के लिए भी विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में भी अपने हुनर को खूब आजमाते रहते है।अब हम बात करेंगे ऐसी ही दूसरे शख्सियत की जिनका नाम है, मुकेश कुमारी। जो मूलतः कांगड़ा जिले से सम्बंधित है और पांवटा साहिब में शादी हुई है और बिधुत उपमंडल पांवटा साहिब में कनिष्ठ कार्यालय सहायक के पद पर कार्यरत है । इनके अगर हम पिछले इतिहास में जाते है तो इन्होंने अपना संघर्ष भरा जीवन जिया है और यहां देखने वालीं बात यह है कि जब इनका कनिष्ठ कार्यालय सहायक के तौर पर लिखित परीक्षा का परिणाम आता है और इसमें उत्तीर्ण होते ही  तत्पश्चात टाइपिंग टेस्ट की तिथि घोषित होती है तो उस दौरान बहुत ही अस्वस्थता से जुझ रहे थे और इन्होंने अपनी अस्वस्थता को दरकिनार करते हुए उस समय भी हमीरपुर चयन आयोग में टाइपिंग टेस्ट को उतरीण किया और मां, पिता का नाम रोशन करते हुए कनिष्ठ कार्यलय सहायक के पद पर पदस्थापित हुए जो कि दूसरों के लिए प्रेरणा स्रोत है । तत्पश्चात इन्होंने बिधुत उप मंडल कांगड़ा में अपनी सेवाओं की शुरुआत की ओर अब विधुत उप मंडल पांवटा साहिब में कार्यरत है। अब हम बात करेंगे कुमारी ज्योति ठाकुर की जो कि इसी विधुत उप मंडल पांवटा साहिब में कार्यरत है और अपने ईमानदारी और काम के जज्बे से पूरे कार्यालय में चर्चित चेहरा बना हुआ है यहां देखने वालीं बात यह है कि ज्योति ठाकुर आउटसोर्सिंग पर अपनी अहम सेवाएं दे रही है जो अभी अपने भविष्य को लेकर चिंतित और संघर्षरत है।  तत्पश्चात भी इनके स्वभाव और उपभोक्ताओं के साथ बड़े ही प्यार से और  ईमानदारी से बखूबी अपनी भूमिका निभा रही है जो कि एक नियमित कर्मचारियों के लिए भी सिख और उदाहरण है।  हम ऐसी तीनों महिलाओ को भविष्य के लिए शुभकामनाएं देते है और इनके जीवन शैली से अन्य को भी प्रेरणा मिलेगी। 

 

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