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“जैव विविधता और सतत विकास” विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का हुआ समापन

हिमवंती मीडिया/पावंटा साहिब 

श्री गुरु गोबिंद सिंह जी राजकीय महाविद्यालय पांवटा साहिब के वनस्पति विज्ञान और प्राणी विज्ञान विभाग द्वारा “जैव विविधता और सतत विकास” विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का समापन किया गया, जिसमे डॉ0 दिनेश भारद्वाज प्राचार्य डॉ वाई0 एस0 परमार राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय नाहन मुख्य अतिथि रहें। डॉ दीपाली शर्मा ने मंच से सभी का स्वागत किया । सरस्वती माँ के समक्ष द्वीप प्रज्ज्वलन से सेमिनार का शुभारंभ किया गया।

डॉ वीना राठौर, प्राचार्या, प्रो0 विम्मी रानी, प्रो0 ऋतु पंत द्वारा सभी अतिथियों को फूलों के गुलदस्तें भेंट किये गए और बैच पहनाकर उन्हें सम्मानित किया। प्राचार्या ने सभी अतिथियों का औपचारिक स्वागत किया तथा महाविद्यालय की उपलब्धियो पर प्रकाश डाला। मुख्यातिथि डॉ दिनेश भारद्वाज ने जैव विविधता को धरती पर जीवन का आधार बताते हुए कहा कि सतत विकास एवम जैव विविधता के बीच सामंजस्य रखना मानव के अस्तित्व के लिए आवश्यक है। उन्होंने यूनाइटेड नेशन्स एजेंडा 2030 के 17 पॉइंट्स का अनुसरण करने के साथ-साथ शिक्षा विद को युवाओं को जैव विविधता के बारे में जागरूक करने का आह्वान किया। इसके अतिरिक्त अशोक गोयल, वैज्ञानिक, एन0आई0 पी0 ई0 आर0 साहिबज़ादा अजित सिंह नगर मोहाली ने “औषधीय पौधे अनुसंधान एवं संरक्षण एन0आई0 पी0 ई0 आर0 में दोनों पहलुओं संतुलित करना” पर अपना व्याख्यान दिया। उन्होंने धरती पर कई औषधीय पौधों के बारे में भी बताया।

दूसरे दिन का सत्र डॉ सुभाष चंद्र गुप्ता , योगेश कुमार रावल एवम आलोक गोयल की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। डॉ पूजा भट्टी ने राष्ट्रीय सेमिनार के सफल आयोजन पर सभी का धन्यवाद प्रस्तुत किया। राष्ट्रगान के साथ इस राष्ट्रीय संगोष्ठी का विधिवत समापन हुआ।

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