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पीएचसी कूफरी में स्टाफ की कमी के कारण रोगियों को टेस्ट करवाने जाना पड़ता है शिमला

पीएचसी भवन कूफरी का दृष्य

शिमला(लो.स.वि.):- मशोबरा ब्लॉक के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कूफरी में स्टाफ ने होने के कारण क्षेत्र के लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है। ग्राम पंचायत दरभोग के पूर्व प्रधान बिशन सिंह ठाकुर ने कहा कि इस पीएचसी द्वारा ग्राम पंचायत दरभोग, फागू, शटैंया और कूफरी के लोगों के अतिरिक्त इस स्थल पर आए सैलानियों को भी स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जाती है परंतु खेद का विषय है कि इस पीएचसी में कार्यरत एक फार्मास्सिट को डेपुटेशन पर सचिवालय की डिस्पैंसरी में भेजा गया है जबकि स्टाफ नर्स, लैब टेकनिश्यन, सहित अन्य पद रिक्त पड़े हैं।

 पीएचसी में एक मात्र चिकित्सक है जिनके द्वारा इस क्षेत्र की करीब आठ हजार आबादी को चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही है। लैब टेकनिश्यन का पद रिक्त होने से रोगियों को विभिन्न रोगों के टेस्ट करवाने के लिए शिमला जाना पड़ता है जिससे लोगों का समय व धन की बर्बादी हो रही है। उन्होने कहा कि इसी प्रकार सीएचसी कोटी, पीएचसी ट्रहाई, आयुर्वेदिक औषधालय पीरनबलोग में भी चिकित्सकों एवं पैरा मैडिकल के भी पद रिक्त पड़े हैं ।

बीएस ठाकुर ने कहा कि जुन्गा क्षेत्र की दस पंचायतों में स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गई है और सरकार के घरद्वार पर गुणात्मक चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने के दावे खोखले साबित हो रहे हैं। उन्होने सरकार से पीएचसी कूफरी में रिक्त पदोें को शीघ्र भरने की मांग की है। खंड चिकित्सा अधिकारी मशोबरा डॉ0 ने बताया कि  फार्मास्सिट को सीएमओ के आदेशानुसार डेपूटेशन पर भेजे गए है तथा उनका कार्य बहुददेशीय स्वास्थ्य कार्यकर्ता देख रहे हैं। उन्होने कहा कि रिक्त पदों को भरने बारे सरकार को लिखा गया है।

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